गौशाला में अव्यवस्थाओं का अंबार, उद्घाटन के अगले दिन ही उजागर हुई सच्चाई
गोवंशियो के संरक्षण़ व सेवा के प्रति गंभीर मुख़्यमंत्री के शासनकाल में ही गोवंशियों की हो रही दुर्दशा।जिम्मेदार उद्घाटन के बाद हो जाते हैं बे-ख़बर,शासन द्वारा व्यवस्था हेतु भेंजे गए मद का बंदरबांट कर करते हैं दुरुपयोग।जनपद की लगभग सभी गौशालाओं का हाल बेहाल शीध्र ही उजागर होगा शासन की आँखों में धूल झोंकती गौशालाओं का काला सच
उन्नाव। मियागंज ब्लॉक के ग्राम कोरारी कला स्थित अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल का हाल बेहाल है। सांसद साक्षी महाराज द्वारा उद्घाटन के अगले ही दिन गौशाला की दुर्दशा उजागर हो गई। व्यवस्थाओं की कमी और जिम्मेदारों की उदासीनता ने गौवंशों को संकट में डाल दिया है।
ग्राम प्रधान नदारद, व्यवस्थाएं राम भरोसे
उद्घाटन के बाद से ही गौशाला में किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या ग्राम प्रधान की उपस्थिति नहीं देखी गई। ठंड के इस मौसम में गौवंशों के लिए न तो चारे-पानी की व्यवस्था है और न ही ठंड से बचाव के लिए कोई इंतजाम। ग्रामीणों का कहना है कि उद्घाटन के बाद गौशाला को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
किसान परेशान, अन्ना जानवरों का आतंक
गांव के किसानों ने बताया कि अन्ना जानवर फसल को नष्ट कर रहे हैं, जिससे वे बेहद परेशान हैं। सरकार द्वारा बनाए गए गौशाला की इस हालत ने उनकी समस्याओं को और बढ़ा दिया है।
ग्रामीणों ने दिखाया वीडियो, प्रशासन से की शिकायत
स्थानीय निवासियों ने गौशाला की वास्तविक स्थिति का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि गौवंश कड़ाके की ठंड में खुले में हैं और उनकी देखभाल के लिए कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है।
प्रशासन से मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गौशाला में तुरंत चारे, पानी और ठंड से बचाव के इंतजाम किए जाएं। इसके साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
स्थिति गंभीर
इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो गौवंशों के जीवन पर खतरा मंडरा सकता है।