व्यापारी के बेटे की हुई हत्या पर प्रियंका गांधी ने सरकार पर साधा निशाना

रायबरेली के ऊंचाहार में व्यापारी के बेटे की हत्या के बाद प्रियंका गांधी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखते हुए उन्होंने सरकार से न्याय की मांग की। 

व्यापारी के बेटे की हुई हत्या पर प्रियंका गांधी ने सरकार पर साधा निशाना

सराफा व्यवसायी शोभित कौशल की हत्या में इंतहा की हदें पार की गईं। आरोपियों ने ऐसी क्रूरता बरती कि जिसने भी उसके शव को देखा उसके रोंगटे खड़े हो गए। व्यवसायी के शरीर पर एक के बाद एक चाकू से 12 से ज्यादा वार किए गए। शव देखकर यही कयास लगाए जा रहे हैं कि हत्यारे तब तक उसके शरीर पर चाकू मारते रहे, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। सभी लोग आरोपियों के एनकाउंटर की मांग कर रहे हैं।



झाड़ियों में पड़े व्यवसायी के शव को जब पुलिस ने बाहर निकाला तो उसका शरीर पूरी तरह से चाकू से छलनी किया गया था। गला चाकू से रेता गया था। पेट से लेकर सीने तक में 12 से ज्यादा वार किए गए थे। उसकी हत्या इतनी बेरहमी से की गई, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसकी आंत तक बाहर निकल आई थी।



ऐेसे में जाहिर है कि आरोपी सराफा व्यवसायी किसी बात से इतना ज्यादा चिढ़े थे कि उसकी क्रूर तरीके से हत्या की। जैसे ही शव मिलने की जानकारी हुई, वैसे ही घटनास्थल पर व्यापारियों व क्षेत्रीय लोगों का मजमा जुट गया। शव देखकर हर कोई हैरान और स्तब्ध था। सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौहवार कहते हैं कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।


प्रियंका गांधी ने फेसबुक पर की पोस्ट पर  लिखा 
उत्तर प्रदेश के सर्राफा व्यापारी राकेश कौशल के बेटे शोभित के अपहरण और हत्या का समाचार अत्यंत हृदयविदारक है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। उत्तर प्रदेश में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि शोभित का अपहरण उनकी दुकान से किया और हत्या कर दी। रायबरेली की जनता में इसे लेकर जबरदस्त आक्रोश है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। 


प्रदेश सरकार से मेरी मांग है कि मामले में सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार के साथ न्याय हो।

जेवर दिखाने के बहाने ले गए और मार डाला

 सराफा व्यवसायी शोभित कौशल की हत्या की स्क्रिप्ट हत्या आरोपियों ने पहले ही तैयार की थी। इसका तनिक भी अंदाजा व्यवसायी को नहीं था। शोभित की जान पहचान पहले से ही आरोपियों से थी। वह उनके झांसे में आकर सोने-चांदी के जेवरात की डिजाइन दिखाने के लिए उनके साथ बाहर चला गया।

शोभित कौशल दुकान पर बैठकर सोने-चांदी की बिक्री करता था, जबकि उसके पिता राकेश कौशल गांवों में फेरी लगाकर सोने-चांदी की बिक्री करते थे। फेरी लगाने के बाद राकेश शाम पांच बजे अपनी दुकान पर प्रतिदिन पहुंचते थे। पुलिस सूत्रों की माने तो घटना वाले दिन शोभित दुकान पर था। आरोपी उसकी दुकान पर पहुंचे और उससे सोने-चांदी के जेवरात खरीदने का झांसा देते हैं।

आरोपी व्यवसायी से शर्त रखते हैं कि वह सोने-चांदी की जेवरात की डिजाइन दिखाने उसके साथ चले। इस पर शोभित दुकान बंद करता है और एक आरोपी के साथ चला जाता है। इसी दौरान उसकी हत्या कर दी जाती है। चूंकि आरोपियों को पहले ही इस बात की जानकारी थी कि व्यवसायी का पिता शाम पांच बजे दुकान पर पहुंचेगा। इसलिए हत्या के बाद आरोपियों का इरादा सोने-चांदी के जेवरात लूटना था।

बताते हैं कि फेरी लगाने के दौरान मृतक युवक के पिता का किसी बात को लेकर कुछ लोगों से विवाद हो गया था। इस पर पिता राकेश दोपहर में ही दुकान पर पहुंच गया। देखा कि एक आरोपी दुकान से जेवर लूट रहा है। बेटा दुकान पर नहीं मिला। आरोपी युवक को पकड़कर पिता ने पुलिस के सुपुर्द किया। पुलिस देर रात घटना की जांच करती रही।

इस पुलिस को पता चला कि सराफा व्यवसायी की हत्या प्लानिंग के तहत की गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक धर्मेंद्र, गुलाब के अलावा प्रतापगढ़ जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के रहने वाला एक युवक मास्टरमाइंड है। उसी ने धर्मेंद्र, गुलाब के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।