नौनिहालों ने रोशन किए मोहब्बत के दीये, दिया भाईचारे का संदेश

नौनिहालों ने रोशन किए मोहब्बत के दीये, दिया भाईचारे का संदेश

बंधुआ कला, (सुलतानपुर)।

त्यौहार कोई भी हो मजहब की दीवारों को लांघ ही जाते हैं अगर दिल में पर्व मनाने की उमंग है तो इन्हें मनाने में कोई जाति या धर्म की दीवार आड़े नहीं आती। और फिर नौनिहालों को क्या पता कि हम किस धर्म के हैं और हमारा कर्म क्या है वह तो ईश्वर के सहज स्वरूप होते हैं,उन्हें कोई भी धर्म या संप्रदाय की दीवार बांध नहीं सकते। समय-समय पर ऐसे वाकिए होते रहते हैं जब हिंदू भाई ईद को बड़ी संजीदगी के साथ मनाते हैं तो वही मुस्लिम भी होली दीपावली और अन्य पर्व को बड़े जोश के साथ मनाते हैं। बंधुआ कला थाने पर तैनात हेड कांस्टेबल कैसर अब्बास रिजवी प्रत्येक पर्व व त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं ईद हो या होली बकरीद हो या दीपावली सभी त्यौहारों पर रिजवी बड़े उमंग और उत्साह के साथ मनाते आ रहे हैं।हेड कांस्टेबल कैसर अब्बास रिजवी अपनी ड्यूटी के साथ-साथ समाज सेवा करने में भी पीछे नहीं रहते। गरीबों असहायों की मदद करने में थाना क्षेत्र में रिजवी के सेवा कार्य की चर्चाएं भी खूब हो रही है। पिता के इन्हीं संस्कारों से सिंचित इनके बेटे और बेटी में भी मानवीय गुणों का भंडार है।