प्रधानाचार्य द्वारा छात्रों के सामने ही फटकार लगाये जाने से आहत हैं राजकीय पाॅलिटेक्निक सोरों की महिला व्याख्याताएं

प्रधानाचार्य द्वारा छात्रों के सामने ही फटकार लगाये जाने से आहत हैं राजकीय पाॅलिटेक्निक सोरों की महिला व्याख्याताएं

13-14 अगस्त को प्रयोगात्मक परीक्षाओं की जिम्मेदारी थी तो उन्हीं पर क्यों थोपा गया स्वतंत्रता दिवस का सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने का जिम्मा

-रिपोर्ट मिथुन गुप्ता 

एटा। राजकीय पाॅलिटेक्निक सोरों की महिला व्याख्याताएं प्रधानाचार्य के तानाशाह पूर्ण रवैये से बुरी तरह आहत हैं। उन्होंने प्रधानाचार्य के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार से अवगत कराते हुए प्रधानाचार्य को ही प्रार्थना पत्र देकर अपनी पीड़ा व्यक्त की है। राजकीय पाॅलिटेक्निक सोरों के प्रधानाचार्य राजन सिंह को उनके व्यवहार से आहत तीन महिला व्याख्याताएं कोमल यादव, रूबी माथुर और दिशा वाष्र्णेय ने पत्र लिखकर अपनी मानसिक प्रताड़ना किये जाने के सम्बंध में अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि वे 13-14 अगस्त को संस्थान में प्रायोजित प्रयोगात्मक परीक्षाओं की व्यवस्था में जुटीं थीं कि प्रधानाचार्य ने उन पर 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने का जिम्मा भी सौंप दिया जबकि संस्थान में और भी महिला पुरूष कर्मचारी हैं जो इस कार्य को करा सकते थे लेकिन उन्होंने यह कार्यक्रम उन्हें सौंपकर अपमानित करने का बहाना ढूंढा और सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने के बाद भी संस्थान के छात्र-छात्राओं के सम्मुख अकारण अपमानजनक व्यवहार किया। जबकि उनके द्वारा हर घर तिरंगा और काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव के कार्यक्रम कराकर संस्थान के व्हाट्सअप गु्रप पर फोटो-वीडियो डाल दिये गये थे। महिला व्याख्याताओं ने कहा कि हमारे द्वारा पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य करने के बावजूद भी कभी आपको संतोष नहीं हुआ और बार-बार हमारे साथ दुव्र्यवहार किया गया। बाहर से आये अतिथियों के समक्ष दुव्र्यवहार किये जाने से संस्थान की छवि खराब होती है। उन्होंने आरोप लगाया है कि संस्थान के समस्त कर्मचारियों के मध्य कार्य विभाजन नहीं होने से कुछ कर्मचारी अपने को कार्य के बोझ तले दबा हुआ महसूस करते हैं जबकि कुछ कर्मचारियों को कोई काम ही नहीं करना पड़ता है। उन्होंने पत्र के माध्यम से प्रधानाचार्य से अनुरोध किया कि सभी कर्मचारियों में समान रूप से कार्य वितरण कर कार्य कराया जाये ताकि संस्थान के समस्त कार्य समयानुसार और भली भांति सम्पन्न हो सकें।