जनता वैदिक कालेज को विश्वविद्यालय बनाए जाने संबधी प्रक्रिया में तेजी, विशेष सचिव ने सांसद को लिखा पत्र
*ब्यूरो डा योगेश कौशिक
बडौत |पश्चिमी उत्तर प्रदेश की प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्था जनता वैदिक महाविद्यालय को स्टेट यूनिवार्सिटी बनाए जाने को लेकर शासन स्तर से जोरशोर से तैयारियां चल रहीं हैं।शासन स्तर से उच्च शिक्षा अनुभाग के विशेष सचिव मनोज कुमार ने सांसद डा सत्यपाल सिंह को भेजे गए पत्र में कृत कार्यवाही और अभिलेखों संबंधी जानकारी दी है, जिसकी सूचना पर छात्रों सहित अभिभावकों में भी हर्ष व्याप्त है | वहीं सांसद डा सत्यपाल सिंह ने उम्मीद जताई कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसकी घोषणा औपचारिकताएं पूरी होने के बाद कभी भी कर सकते हैं |
बता दें कि,सांसद डा सत्यपाल सिंह इसके लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हालांकि महाविद्यालय की प्रबंध समिति केन्द्रीय डीम्ड विश्वविद्यालय बनाए जाने के पक्ष में हैं तथा प्रबंध सामिति आम सभा की बैठक के निर्णय की बात कर रही है। वहीं सांसद अपने वायदे को पूरा कराने के लिए अडिग हैं।
यहां विदित है कि ,डा सत्यपाल ने 2019 के चुनाव के दौरान तथा इसके अलावा अन्य विभिन्न कार्यक्रमों में जनता कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाए जाने के वायदे किए थे तभी से उनकी ओर से राजकीय किसान विश्वविद्यालय के नाम से यूनिवर्सिटी बनवाए जाने का कार्य शुरू कर दिया। शासन स्तर पर कागजी कार्रवाई पूरी तेजी के साथ चल रही है।
वहीं जाट कालेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्रपाल लौहड्डा की ओर से पूर्व के चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में यूनिवर्सिटी बनाने की बात की गई थी। प्रबंध सामिति यूनिवर्सिटी बनाने के लिए तो खुश है,लेकिन वह केंद्रीय डीम्ड यूनिवर्सिटी के पक्षधर हैं। स्टेट यूनिवर्सिटी बनाए जाने से शायद प्रबंध समिति अधिक खुश नहीं है।
वहीं सांसद डा सत्यपाल सिंह ने शनिंवार को बयान जारी कर बताया कि वह केंद्रीय अथवा राजकीय किसान विश्वविद्यालय बनवाने के लिए केंद्र व राज्य के स्तर पर प्रयासरत हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि ,अभी देश में किसी भी नये केन्द्रीय विश्वविद्यालय को बनाने पर रोक लगी है, इसीलिये अभी वर्तमान में राजकीय यूनिवर्सिटी बनाने के लिये जल्द ही सभी औपचारिक विभागीय प्रक्रिया पूर्ण कराई जा रही है। बताया कि , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शीघ्र ही जनता वैदिक कालेज को राजकीय किसान विश्वविद्यालय की घोषणा करेंगे। शासन द्वारा जनता वैदिक महाविद्यालय को राजकीय किसान विश्वविद्यालय बनाने के लिए विभागीय कार्यवाही शुरू करा दी गई है।