स्कूली वाहन फिर चलने लगे हैं पुराने ढर्रे पर, खटारा और परिवहन विभाग से बिना स्वीकृति के चल रहे हैं वाहन

बडौत | जनपद में स्कूली वाहनों पर पुलिस प्रशांत और विभागीय शिंकजा ढीला होते ही खटारा, बिना समुचित देखरेख व क्षमता से अधिक बच्चों को भरकर लाने- ले जाने के साथ ही गति सीमा की अनदेखी से जहां बच्चे डरे सहमे रहते हैं, वहीं अभिभावक स्कूल प्रबंधन की धींगामुश्ती के चलते स्वयं को विवश महसूस कर रहे हैं
गर्मियों की छुट्टियों से पहले स्कूल कालेजों में जाकर वाहनों का औचक निरीक्षण, छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर व्यवस्था आदि के लिए बनाई गई 52 टीमें इस समय कहीं नजर नहींं आ रही हैं, जिसके चलते स्कूलों ने फिर वही भरम भरा, ठूसमठूस की नीति पर चलना शुरू कर दिया है | इतना ही नहींं बिना अनुमति वाले तथा खटारा वाहनों के जरिये बच्चों को लाने ले जाने की शिकायतें भी मिलने लगी हैं |
खटारा और बिना अनुमति के चलने वाले वाहनों पर जिलाधिकारी ने ग्रीष्मकालीन अवकाश से पहले सख्त कदम उठाते हुए परिवहन, शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे और उनका प्रचलन तक भी बंद करा दिया था | लेकिन अब उन आदेशों को धता बताते हुए स्कूल प्रबंधन बच्चों को लाने ले जाने में पुराने ढर्रे पर चल पड़ा है | अभिभावकों का कहना है कि, यदि इसी प्रकार की ढिलाई चलती रही ,तो किसी भी प्रकार की अनहोनी घट सकती है |
बच्चों के लिए निर्धारित गति सीमा में वाहन चलाने के निर्देश और नियमों को ताक पर रखकर हाईवे पर भी वाहनों की तेजगति से बच्चे भी डरे सहमे रहते हैं, जिसकी शिकायत वे अपने परिवार में जाकर करते रहते हैं | इसी के चलते हाईवे पर तेज़ गति से दौड़ रहे एक स्कूली वाहन का पहिया निकल गया, गनीमत रही कि ,कोई हादसा नहींं हुआ और बच्चों ने भगवान का भी लाख लाख शुक्रिया किया | इस दौरान स्कूली वाहन में एक दर्जन से भी ज्यादा बच्चे सवार थे।
बताया गया कि उक्त वाहन नगर के वनस्थली पब्लिक स्कूल से संबंधित था | अचानक पहिया निकलने से हर कोई घबराहट में हो गया था | घटना के बाद वाहन रोककर ठीक कराया गया तब तक बच्चे सड़क किनारे धूंप में तपते रहे | बताया कि,आज दोहपर छुट्टी होने पर वाहन में सवार होकर छात्र घरों को लौट रहे थे | नगर के दिल्ली-सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आस्था अस्पताल के पास ऐसी हालत में वाहन और बच्चों को देखकर राह चलते आम आदमी ने भी सरकारी शिकंजे ढीले होने की बात कही |