जिलाधिकारी ने बड़ागांव के पंचायत सचिवालय व निर्माणाधीन जन सुविधा केंद्र का किया निरीक्ष
••गुणवत्ता खराब मिलने पर संयुक्त जांच टीम की गठित
••बड़ागांव के जन सुविधा केंद्र पर 1 वर्ष में मात्र 42 प्रमाण पत्र बनाए जाने पर जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को जांच के दिए निर्देश
संवाददाता नीतीश कौशिक
बागपत ।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने जनपद के विकासखंड खेकड़ा के ग्राम पंचायत भवन बड़ागांव का निरीक्षण किया । इस पंचायत सचिवालय भवन का सन् 2022 में 10 लाख ₹ की धनराशि से हुआ था, जिसमें अब जगह-जगह सीलन की समस्या है इसके अलावा यहां पर एक विशेष रूप से जन सुविधा केंद्र निर्माणाधीन है जिसका निर्माण ₹ 5 लाख की धनराशि से किया जा रहा है और उसमें भवन निर्माण की स्थिति अच्छी नहींं है। जो खिड़कियां प्रधान के द्वारा और पंचायत सचिव द्वारा लगाई गई हैं वे काफी निम्न श्रेणी की हैं, उनको बदलने के निर्देश भी दिए गए। भवन की जो 10 लाख ₹ खर्च हुए हैं उसकी गुणवत्ता पर भी प्रश्न चिन्ह है। इसकी जाँच हेतु खंड विकास अधिकारी खेकड़ा व सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए हैं ।
प्रत्येक ग्राम पंचायत में शासन द्वारा एक जन सुविधा केंद्र बनाए जाने का कार्य किया जा रहा है।कुछ स्थानों पर जन सुविधा केंद्र संचालित हैं जिससे गांव के व्यक्ति को किसी प्रमाण पत्र बनाए जाने के लिए जगह जगह जाना ना पड़े और अपने गांव में ही उसकी समस्या का समाधान हो जाए । उससे संबंधित जो दस्तावेज हैं वे उसे समय से प्राप्त हो जाएं। जिलाधिकारी ने बड़ागांव के जन सुविधा केंद्र का निरीक्षण किया ,जिसमें पंचायत सहायक द्वारा 1 वर्ष में 42 प्रमाण पत्र जारी किए हैं। इन जन सुविधा केंद्र में जो पंचायत सहायक कार्य करते हैं उन्हें मानदेय मिलता है। इतने कम प्रमाण पत्र बनने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि ग्राम स्तर पर दी जाने वाली सुविधाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कम हुआ है । इस सबके संबंध में जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि, जन सुविधा केंद्र पर कितने प्रमाण पत्र बन रहे हैं, कितनी फीस ली जा रही है, ग्राम स्तर पर इसकी आवश्यक जांच की जाए, जिससे जनता को शासन द्वारा दी जाने वाली समस्त सुविधा मिल सकें।
जिलाधिकारी ने कहा, गांव की सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा अलग से भवन बनाया जा रहा है, जिससे कि अधिक से अधिक फैसिलिटी मिले । उनमें कंप्यूटर स्कैनर प्रिंटर अन्य फैसिलिटी दी जा रही हैं। डीपीआरओ को निर्देशित किया कि ,जिसकी जो लापरवाही है उसकी जवाब देही तय की जाए और संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए ।
इस दौरान जिलाधिकारी ने बड़ागांव में स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थिति पंजिका देखी । पता चला कि,लैब टेक्नीशियन अभय प्रताप काफी समय से अनुपस्थित चल रहे हैं ,जिन पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार पूरे माह में 10 दिन उपस्थित हुए हैं, जिसकी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जांच करने के निर्देश दिए हैं । उन्होंने कहा कि ,इनका वेतन आहरित ना किया जाए।उन्होंने आने वाले मरीजों को दवाइयां उपलब्ध कराने के बारे में भी जानकारी ली और संबंधित से अच्छा फीडबैक प्राप्त हुआ।