दहेज हत्या के मामले में जेल में बंद विचाराधीन एक बन्दी ने जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या
रमेश बाजपेई
रायबरेली। दहेज हत्या के मामले में जेल में बंद विचाराधीन एक बन्दी ने गुरुवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। खबर जैसे ही जेल प्रशासन को लगी अफरा तफरी मच गई।थाना पुलिस व फोरेंसिक टीम सूचना पर जेल पहुंची। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया। मिली जानकारी अनुसार 28 वर्षीय वारिस रायनी पुत्र आरिफ रायनी निवासी गाँव कंचना थाना मोहनगंज जिला अमेठी दहेज हत्या के मामले में पिछले 5 साल से विचारा धीन कैदी के रूप में रायबरेली जेल में बंद था। गुरुवार के दिन जेल में बने टेलीफोन बूथ से उसने अपने पिता से बातचीत की। जिसके बाद वह अस्पताल के पीछे बागवानी ग्राउंड में चला गया। वहीं पर शाम करीब 5 बजे उसने अपने गमछे से नीम की डाली पर फंदा बनाया और लटक गया। जेल प्रशासन का कहना है कि जब शाम को बैरक के अंदर जाने के बाद कैदियों की गिनती की गई तो पता चला कि एक कैदी लापता है। उसे खोजा गया तो उसका शव नीम के पेड़ से लटका मिला। तुरन्त इसकी जानकारी स्थानीय थाने की पुलिस को दी गई और फोरेंसिक टीम भी मौके पर आ गई। शव के परीक्षण करके उसे पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।वहीं जांच करने मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार सदर तेजस्वी त्रिपाठी ने बताया कि जेल में एक बन्दी की मौत हुई है।जो अमेठी जनपद के रहने वाला था। सीसीटीवी में देखा गया कि वारिस मरने से पहले जेल में जहाँ खेती होती है उधर चला गया। जिधर सीसीटीवी से दिखाई नही देता उधर उसने जाकर पेड़ से अपने गमछे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। रात 10 बजे मजिस्ट्रेट जांच के लिये मैं जेल आया हूँ। जेल प्रशासन, स्थानीय पुलिस, फोरेंसिक द्वारा शव को नियमानुसार पेड़ से उतार कर पीएम के लिये भेजा गया है। यह कैदी दहेज हत्या के मामले में अंदर था। घटना से पहले उसने अपने घरवालों से फोन के माध्यम से बात की थी।