गांधी इंटर कालेज में मांगों के समर्थन में परीक्षकों ने काली पट्टी बांधकर किया मूल्यांकन

गांधी इंटर कालेज में मांगों के समर्थन में परीक्षकों ने काली पट्टी बांधकर किया मूल्यांकन

संवाददाता शशि धामा

खेकड़ा।कस्बे के गांधी इंटर कालेज के यूपी बोर्ड मूल्यांकन केन्द्र पर परीक्षकों ने काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया। उन्होने अपनी मांगों के समर्थन में नारे भी लगाए।

यूपी बोर्ड मूल्यांकन कार्य 19 मार्च से शुरू हुआ है। इसके लिए बागपत का यमुना इंटर कालेज और खेकड़ा का गांधी इंटर कालेज मूल्यांकन केन्द्र बनाए गए हैं। बुधवार को गांधी कालेज में मूल्यांकन शुरू होने से पूर्व शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री सतवीर सिंह ने बताया कि, संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में संपन्न राज्य कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय के अनुसार 25 फरवरी से 15 मार्च तक स्टिकर अभियान चलाया गया, जिसमें सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए विद्यालयों, शिक्षा विभाग के कार्यालयों और सार्वजनिक स्थलों पर स्टिकर लगाए गए। इसके बाद 19 मार्च से शुरू हुए मूल्याकन कार्य के दौरान संघर्ष के दूसरे चरण में अपनी मांगों के समर्थन में बाहों में काली पट्टी बांधकर मूल्यांकन कार्य शुरू किया गया।

 बताया कि, यदि जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। प्रदर्शन में मुकेश राज शर्मा, राजेंद्र शर्मा, अनुज कुमार, नीरज कुमार, योगेंद्र शर्मा, जितेंद्र कुमार, शशि शर्मा, सतीश शर्मा, विनोद कुमार जैन, अनुज गुप्ता, रूपेश कुमार, मनीष जैन सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे।

क्या हैं शिक्षकों की प्रमुख मांगें

पुरानी पेंशन की बहाली ,शिक्षकों की सेवा सुरक्षा से संबंधित धारा 21 की बहाली,शिक्षकों की पदोन्नति से जुड़ी धारा 12 की पुनर्बहाली, प्रधानाचार्यों की तदर्थ पदोन्नति के लिए धारा 18 की बहाली,वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन ,शिक्षकों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ प्रमुख रूप से शामिल हैं।