दिव्या पैरामेडिकल में हरियाणा टीम का छापा

अवैध रूप से चल रहा था लिंग परीक्षण का कार्य

दिव्या पैरामेडिकल में हरियाणा टीम का छापा

35 हजार में कर रहे थे लिंग परीक्षण हरियाणा की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा

- दिव्या पैरामेडिकल में हरियाणा टीम का छापा

- अवैध रूप से चल रहा था लिंग परीक्षण का कार्य

- पूर्व में भी हरियाणा टीम जनपद में कर चुकी है छापेमारी

थानाभवन- हरियाणा से आई टीम ने दिव्या पैरामेडिकल अस्पताल में छापेमारी कर महिला के गर्भ में लिंग परीक्षण की जांच कर रहे टेक्नीशियन को रंगे हाथों पकड़ लिया। छापेमारी करने वाले अधिकारी ने बताया की 35 हजार रुपये लेकर महिला का लिंग परीक्षण किया जा रहा था। टीम अब कार्रवाई में जुटी हुई है। टीम ने फिलहाल अल्ट्रासाउंड सेंटर को शामली स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर सील कर दिया है।

हरियाणा राज्य की झज्जर एवं करनाल की संयुक्त पीसी पीएनटी टीम ने लिंग परीक्षण करते हुए शामली जनपद के थानाभवन दिव्या पैरामेडिकल अस्पताल में छापेमारी कर दी। जिसमें टीम ने रंगे हाथों लिंग परीक्षण करते हुए एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। झज्जर के नोडल अधिकारी ने बताया कि उन्हें हरियाणा में जानकारी मिली थी कि करनाल में मौजूद अमित ठाकुर जो हिमाचल का निवासी हैं लिंग भ्रूण परीक्षण करवाता है जो एजेंट के रूप में काम करता है। उन्होंने करनाल की पीसीपीएनडीटी टीम की अधिकारी डॉक्टर शीनू से संपर्क करके योजना बनाकर अमित ठाकुर से एक गर्भवती महिला को मिलवाया। जिसके साथ अपनी महिला पुलिस कर्मचारी जो महिला की ननद के रूप में उनके साथ मौजूद थी। गर्भ में पल रहे बच्चे की जांच के लिए संपर्क किया। अमित ठाकुर ने उनसे 35 हजार रुपए की मांग की। इसके बाद महिला वह उसका पति एवं महिला पुलिस कर्मचारी एक गाड़ी में बैठकर अमित ठाकुर के साथ शामली जनपद पहुंचे शामली से वह थानाभवन दिव्या पैरामेडिकल के पास पहुंचे जहां बाइक पर सवार रजनीश एवं विजय नाम के दो व्यक्ति उन्हें मिले और उनसे गर्भ जांच के लिए 35 हजार लिए। जिसमें से 8 हजार रूपये उसने विजय को दे दिए। उसके बाद गर्भ जांच करने आई महिला के फर्जी नाम नेहा के नाम से एक फर्जी पर्ची बनाकर अस्पताल में बैठे डॉक्टर ने महिला का लिंग परीक्षण करना शुरू कर दिया। जिसमें महिला को गर्भ में पल रहे बच्चे का लड़का होना बताया गया। इसके बाद हमारी टीम ने शामली की स्वास्थ्य विभाग टीम की नोडल अधिकारी के साथ मिलकर पूरे मामले की वीडियोग्राफी करते हुए अल्ट्रासाउंड करते हुए अदिम नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार यह अपने आप को डॉक्टर बताकर अल्ट्रासाउंड करता था। जबकि यहां पर डॉक्टर वीपी सिंह के नाम से अल्ट्रासाउंड का रजिस्ट्रेशन कराया गया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में शामली जिला अधिकारी को एक दिन पहले ही सूचना दी थी जिसके बाद शामली की स्वास्थ्य विभाग से भी एक टीम गठित की गई थी। संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की गई है। टीम ने अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर दिया है और मुकदमा दर्ज करा दिया है। मामले की जानकारी के बाद क्षेत्र में प्रकरण चर्चा का विषय बना हुआ है। पूर्व में भी शामली जनपद में हरियाणा की टीम कई बार लिंग परीक्षण को लेकर छापेमारी कर चुकी है लेकिन शामली स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक इस संबंध में कोई बड़ी कार्रवाई न करने के कारण शामली स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान लग रहे है।