बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 31 किलो का केक काटकर धूमधाम से मनाई जयंती

बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 31 किलो का केक काटकर धूमधाम से मनाई जयंती

सिम्भावली 
थाना सिंभावली क्षेत्र के गांव बक्सर में बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा पर समिति के अध्यक्ष देवेंद्र जाटव के नेतृत्व में समाजसेविका डॉ. पायल संदेश यादव, भाजपा नेता डॉ. संदेश यादव, सुभाष प्रधान, सांसद प्रतिनिधि योगेंद्र तंवर पूर्व प्रधान बक्सर अमित कुमार उर्फ सोनू ठाकुर, प्रदीप भाटी, मनीष रोहिल्ला दलित नेता एसपी कर्दम, मनोज जाटव, रूपलाल जाटव लोकेश जाटव ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके पद चिन्हों पर चलने की अपील की समिति के अध्यक्ष देवेंद्र जाटव व उनकी पत्नी ने अंडर ट्रेनिंग सी ओ, उपनिरीक्षक व पत्रकारो को माला पहनकर सम्मानित किए गया !

इस अवसर पर समाजसेविका डॉ. पायल संदेश यादव ने कहा बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का बाल विवाह प्रचलित होने के कारण 1906 में अंबेडकर की शादी 9 साल की लड़की रमाबाई से हुई। उस समय अंबेडकर की उम्र महज 15 साल थी ! 1907 में उन्होंने मैट्रिक पास की और फिर 1908 में उन्होंने एलफिंस्टन कॉलेज में प्रवेश लिया । इस कॉलेज में प्रवेश लेने वाले वे पहले दलित छात्र थे । 1912 में उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स व पॉलिटिकल साइंस से डिग्री ली । 1913 में एम. ए. करने के लिए वह अमेरिका चले गए। तब उनकी उम्र महज 22 साल थी। अमेरिका में पढ़ाई करना बड़ौदा के गायकवाड़ शासक सहयाजी राव तृतीय से मासिक स्कॉलरशिप मिलने के कारण संभव हो सका था। इसके बाद 1921 में उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से एमए की डिग्री ली।

*भाजपा नेता डॉ. संदेश यादव ने कहा* !! 

डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर अपने माता-पिता की 14वीं और आखिरी सन्तान थे। बाबा साहेब अंबेडकर पहले भारतीय थे जिन्होंने विदेश से इकोनॉमिक्स में पीएचडी डिग्री हासिल की थी । अंबेडकर दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए 'बहिष्कृत भारत', 'मूक नायक', 'जनता' नाम के पाक्षिक और साप्ताहिक पत्र निकालने शुरू किये । 1927 से उन्होंने छुआछूत जातिवाद के खिलाफ अपना आंदोलन तेज कर दिया। महाराष्ट्र में रायगढ़ के महाड में उन्होंने सत्याग्रह भी शुरू किया ! उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर 'मनुस्मृति' की तत्कालीन प्रति जलाई थी । 1930 में उन्होंने कलारम मंदिर आंदोलन शुरू किया ।

बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समिति के अध्यक्ष देवेंद्र जाटव ने कहा बाबासाहेब पिछड़े वर्ग के पहले वकील थे !आजादी की लड़ाई के बीच आंबेडकर ने 1936 में लेबर पार्टी का गठन किया । उनकी काबिलियत देख उन्हें संविधान की मसौदा समिति का अध्यक्ष बनाया गया । भारत की आजादी के बाद उन्हें पहला कानून मंत्री बनाया गया । अंबेडकर ने 1952 में बॉम्बे नॉर्थ सीट से देश का पहला आम चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे ।