नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत के 13-13 युवकों के प्रशिक्षण हेतु ब्लाक में सूची उपलब्ध करायें : एडीएम
नमामि गंगे उरई(जालौन)।अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे ने जल जीवन मिशन परियोजना के अर्न्तगत तकनीकी प्रशिक्षण हेतु प्रत्येक ग्रामपंचायत से 13-13 कन्डिडेट के चयन के सम्बन्ध में बताया। जल जीवन मिशन परियोजना भारत सरकार / उत्तर प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता व महत्वाकांक्षी योजना है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य शीघ्रता से ग्रामीण समुदाय को शुद्ध एवं पर्याप्त जल उपलब्ध कराना है। प्रत्येक ग्राम पंचायत से 2-2 फिटर, इलेक्ट्रिशियन, पम्प ऑपरेटर, प्लम्बर, मोटर मकैनिक तथा 3-3 राजमिस्त्री हेतु तकनीकी प्रशिक्षण एवं क्षमता सम्वर्द्धन कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन, उत्तर प्रदेश लखनऊ के द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण एवं क्षमता सम्बर्द्धन कार्यक्रम को आयोजित करने हेतु जनपद जालौन में M's Eminence Innovative Skit Education PVT. LTD 2 Sivika Enclave, Bawadiya Kalan, Bhopal (MP) 462039 को नामित किया गया है। ग्राम पंचायतों से ट्रेडवार नामित कन्डीडेट हेतु प्रशिक्षण, विकास खण्ड स्तर पर प्रशिक्षण एजेन्सी द्वारा आयोजित किया जाना है प्रत्येक ग्राम पंचायत से 13-13 कन्डिडेट की ट्रेडवार प्रमाणित सूची निर्धारित प्रारूप पर नामित प्रशिक्षण एजेन्सी के स्टाफ द्वारा ग्राम पंचायत विकास अधिकारी एवं ग्रामप्रधान से सम्पर्क स्थापित कर स्वयं प्राप्त किया जायेगा।जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रत्येक ग्रामीण समुदाय के हर घर जल पहुँचाये जाने हेतु बन रही पानी की टंकी, बिछायी जा रही पाईप लाईन के सुचारू रूप से देख-रेख व रख-रखाव की जिम्मेदारी ग्रामपंचायतों में गठित ग्राम पेयजल एवं स्वच्छता समिति (VWSC) की होगी। ग्रामीण पेयजलापूर्ति का रख-रखाव गठित ग्राम पेयजल एवं स्वच्छता समिति (VWSC) द्वारा ग्राम समुदाय से मासिक जल शुल्क एकत्रित कर किया जायेगा। ग्रामीण पेयजलापूर्ति में आने वाली समस्याओं का निदान प्रत्येक ग्रामपंचायत / VWSC द्वारा स्वयं इन प्रशिक्षित फिटर, इलेक्ट्रिशियन, पम्प आपरेटर, प्लम्बर, मोटर मकैनिक तथा राजमिस्त्री का उपयोग कर किया जायेगा। प्रत्येक ग्रामपंचायत / WWSC द्वारा स्वयं इन प्रशिक्षित फिटर इलेक्ट्रिशियन, पम्प आपरेटर, प्लम्बर, मोटर मकैनिक तथा राजमिस्त्री का प्रयोग कर पारिश्रमिक का भी भुगतान जमा हुए मासिक जल शुल्क से ही किया जायेगा परियोजनान्तर्गत प्रत्येक ग्रामपंचायत से 13-13 कन्डिडेट को तकनीकी प्रशिक्षण दिये जाने का मुख्य उद्देश्य है कि प्रत्येक ग्राम कि समस्याओं का समाधान ग्राम पंचायत स्तर पर ही तत्काल कर लिया जाये। परियोजनान्तर्गत प्रत्येक ग्रामपंचायत से चयनित व प्रशिक्षित इन 13-13 कन्डिडेट को न ही किसी भी विभाग के अन्तर्गत रखा जा रहा है और न ही किसी भी विभाग द्वारा कोई भुगतान ही किया जाना है। यदि कोई भी व्यक्ति ग्रामपंचायत से चयनित / प्रशिक्षित इन 13-13 कन्डिडेट को यह गुमराह करते हुए संलग्न पाया गया कि 13-13 कन्डिडेट को जल जीवन मिशन के अर्न्तगत सरकारी नौकरी दी जायेगी तो सरकार की मंशा के विपरीत लोगों को गुमराह करने वाले व्यक्ति के उपर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी जिला विकास अधिकारी अधिशासी अभियंता जल निगम ग्रामीण को निर्देशित किया कि कार्यक्रम के प्राथमिकता को देखते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत से 13-13 कन्डिडेट की ट्रेडवार प्रमाणित सूची निर्धारित प्रारूप पर नामित प्रशिक्षण एजेन्सी को उपलब्ध करवाने हेतु सम्बन्धित (सहायक खण्ड विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी एवं ग्रामप्रधान) को अपने स्तर से निर्देशित करते हुए कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराना सुनिश्चित करें, जिससे कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाया जा सके।