चित्रकूट-भारत जैसी सांस्कृतिक विरासत दुनिया के किसी देश के पास नहीं - जगदीप धनखड़।
चित्रकूट: ऋषि पंचमी के पावन अवसर पर आधुनिक जीवन में ऋषि परंपरा विषयक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन उप राष्ट्रपति भारत गणराज्य जगदीप धनखड एवं उपराष्ट्रपति की धर्मपत्नी डॉ स्वदेश धनखड की गरिमा में उपस्थिति में एवं जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य कुलाधिपति जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय चित्रकूट की अध्यक्षता में संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया।
उप राष्ट्रपति भारत गणराज्य जगदीप धनखड ने कहा कि आज ऋषि परंपरा विषयक संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि ऋषि परंपरा के कारण ही पूरे विश्व में भारत का लोहा माना है। भारत ने कभी दूसरे की जमीन लेने का प्रयास नहीं किया। भारत जैसी सांस्कृतिक विरासत दुनिया के किसी देश के पास नहीं है, यह हमारे जीवन का आधार होगा। ऋषि परंपरा का सिद्धांत है ऋषि परंपरा की वजह से ही हमारा भारत जल स्थल वायु में बढ रहा है। वसुधैव कुटुंबकम के भाव से चल रहा है। भारत में किसी भी संकट का समाधान का एक ही रास्ता है। लोग राजनैतिक स्वार्थ के लिए राष्ट्र धर्म को नहीं मानते हैं, ऋषियों के जो मुख से बडी निकल गई वह हमेशा रहेगी। भारत में पांच हजार साल की संस्कृति आज भी जीवित है। उन्होंने स्वामी रामभद्राचार्य महाराज से कहा कि आज आपकी उपस्थिति में यह है ऋषि परंपरा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है। आप भी एक ऋषि हैं। आपका भी जीवन ऋषि जीवन पर ही समर्पण हो रहा है हम आपको दिव्यांग नहीं मान रहे हैं। आप दृष्टिहीन कैसे हो सकते हैं। जिन्होंने इतना बडा भगवान श्री राम की तपोस्थली चित्रकूट में दिव्यांग विश्वविद्यालय खोलकर दिव्यांगों की सेवा कर रहे।
जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि उनके संभाग्य में आसीन सब पत्नी भारत के उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड का आगमन हुआ है यह मेरा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की पांचवी अर्थ बडी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत चीन को भी पीछे छोड दिया है। यहां पर उपस्थित कुलपति छात्र अधिकारी मुझे बताते हुए हर्ष हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं किसी से विश्वविद्यालय बनाने में पैसा नहीं लिया। वह 23 वर्षों से चला रहा है। कुछ लोग उनका विरोध किया। उन्होंने विश्वविद्यालय को शासन को दे दिया। उन्होंने कहा कि आज ऋषि परंपरा का शुभारंभ हो रहा है।
तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर रामचंद्र दास ने कहा कि आज उपराष्ट्रपति जनपद में पधारे हैं। आज पूरी देश दुनिया आशा भरी रूप में देख रही है। कहा कि जनपद में तुलसी पीठ की स्थापना की है। कहा कि बहुत लोग सरकार से सहयोग मांगते हैं, लेकिन हमारे परम पूज्य गुरु ने सरकार को दिया है।
इसके पूर्व उपराष्ट्रपति भारत गणराज्य एवं धर्मपत्नी ने रक्त चंदन व रुद्राक्ष का पौधा रोपण किया। साथ ही स्व डॉ कुमारी गीता देवी मिश्रा के चित्र का अनावरण किया। दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकूट सतना मध्य प्रदेश में राष्ट्र ऋषि नानाजी देशमुख के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने राष्ट्रपति एवं उनकी धर्मपत्नी को रामायण तुलसी विवाह अंग वस्त्र भेंट किया एवं मंच पर जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति शिशिर कुमार पांडेय ने अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह स्वागत भेंटकर किया गया।
इस मौके पर औद्योगिक विकास निर्यात प्रोत्साहन एन आई तथा निवेश प्रोत्साहन उत्तर प्रदेश सरकार नंद गोपाल गुप्ता नंदी, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पिछडा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग उत्तर प्रदेश सरकार नरेंद्र कश्यप, मंत्री श्रम एवं सेवायोजन समन्वय विभाग उत्तर प्रदेश सरकार अनिल राजभर, राज्य मंत्री मध्य प्रदेश सरकार प्रतिमा बागरी, अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन भानु भास्कर, आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल बांदा बालकृष्ण त्रिपाठी, पुलिस उपमहानिरीक्षक परिक्षेत्र बांदा अजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद नरेंद्र गुप्ता, भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष लव कुश चतुर्वेदी, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, भाजपा जिला महामंत्री आलोक पांडेय, पदम श्री जल योद्धा उमाशंकर पांडेय, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमेश चंद्र निगम, अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, प्रभागीय वनाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।