पूर्व छात्रों ने किया कुलगुरु प्रो. भरत मिश्रा और फैकल्टी को सम्मानित, 5 लाख रुपये का सहयोग प्रदान किया।

पूर्व छात्रों ने किया कुलगुरु प्रो. भरत मिश्रा और फैकल्टी को सम्मानित, 5 लाख रुपये का सहयोग प्रदान किया।

चित्रकूट: महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के लोक विज्ञान व प्रौद्योगिकी संस्थान से शिक्षा प्राप्त कर देश-विदेश में अपनी पहचान बना चुके 200 से अधिक पूर्व छात्र-छात्राओं के समूह 'यारियां' ने शनिवार को विश्वविद्यालय को 5 लाख रुपये का वित्तीय योगदान प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने कुलगुरु प्रो. भरत मिश्रा को आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी विश्वविद्यालय के विकास के लिए सहयोग देने का वचन लिया।

'पथ दर्शन' कार्यक्रम के तहत आयोजित सेमिनार में पूर्व छात्रों ने कुलगुरु प्रो. भरत मिश्रा, अधिष्ठाता डॉ. आञ्जनेय पांडेय और फैकल्टी शिक्षकों को सम्मानित किया। पूर्व छात्रों ने उनके द्वारा दी गई प्रेरणादायक शिक्षा और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद अर्पित किया और कहा कि वे विश्वविद्यालय के वर्तमान और भविष्य के विद्यार्थियों के कैरियर डेवलपमेंट, कौशल विकास और तकनीकी क्षेत्र में सहायता करेंगे।

समूह ने रोजगार, स्वास्थ्य और एम्प्लॉयमेंट सपोर्ट के क्षेत्र में सहयोग देने की भी बात की। इस अवसर पर पूर्व छात्र मनीष जायसवाल ने सेमिनार का संचालन किया, जबकि श्वेता श्रीवास्तव ने कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया।

यह तीन दिनों का प्रवास एलुमनी एसोसिएशन की ऑर्गनाइजिंग कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा कुलगुरु प्रो. भरत मिश्रा के साथ विश्वविद्यालय के विकास कार्यक्रम पर विमर्श के साथ शुरू हुआ। प्रो. मिश्रा ने विश्वविद्यालय की विकास यात्रा और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला, साथ ही नवीन अवसरों के बारे में जानकारी दी।

इस कार्यक्रम में सुनील जायसवाल, मनोज मिश्रा, अभिषेक भार्गव, दीपक सूर्यवंशी, सुबोध त्रिपाठी, मनीष जायसवाल, रंजीत बिहारी, श्वेता श्रीवास्तव, निशि सिंह, अमित गोयल, अतीन निगम, रामेंद्र बिसेन, विक्रांत सक्सेना जैसे प्रमुख पूर्व छात्र उपस्थित रहे।

पूर्व छात्रों का यह कदम विश्वविद्यालय के प्रति उनकी निष्ठा और समाज में योगदान देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो आने वाले समय में और अधिक प्रेरणादायक साबित होगा।