मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना: चित्रकूट में 210 जोड़ों ने लिया सात फेरे।

चित्रकूट ब्यूरो: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मंगलवार को राष्ट्रीय रामायण मेला परिसर, सीतापुर (चित्रकूट) में 210 जोड़ों का विवाह भव्य रूप से संपन्न हुआ। समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जिले भर के विभिन्न विकासखंडों और नगर निकायों से आए जोड़ों ने वैदिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह किया।
शुभारंभ और अतिथियों का स्वागत
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान गणेश के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण से हुई। इस मौके पर श्रम एवं सेवायोजन विभाग के राज्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री मनोहर लाल (मन्नू कोरी) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने सभी नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “यह योजना गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह में आर्थिक सहयोग प्रदान करती है। हर जोड़े पर सरकार की ओर से 51,000 रुपये खर्च किए जाते हैं। इसमें से 35,000 रुपये सीधे कन्या के खाते में भेजे जाते हैं, 10,000 रुपये की सामग्री प्रदान की जाती है, और 6,000 रुपये विवाह आयोजन में खर्च किए जाते हैं।”
सामूहिक विवाह का संदेश
मंत्री ने इस आयोजन को समाज में आपसी सद्भाव और सादगीपूर्ण विवाह की मिसाल बताते हुए कहा कि यह योजना बेटियों के सम्मान और सशक्तिकरण का प्रतीक है। साथ ही उन्होंने नवदंपतियों से अपने दांपत्य जीवन में सात वचनों का पालन करने और माता-पिता व सास-ससुर की सेवा करने की अपील की।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष लवकुश चतुर्वेदी, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, और जिला समाज कल्याण अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह भदौरिया ने भी नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में बौद्ध धर्म की परंपराओं के अनुसार 15 जोड़ों का विवाह भी संपन्न हुआ। गायत्री शक्तिपीठ के आचार्यों ने विवाह की विधि विधान से रस्में पूरी कीं।
भव्य आयोजन और सांस्कृतिक प्रस्तुति
समारोह का संचालन शिक्षक साकेत बिहारी शुक्ला ने किया। वहीं, मां भगवती संगीत पार्टी ने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम को सांस्कृतिक रंग दिया। प्रभारी मंत्री और अन्य अतिथियों ने वर-वधुओं को विवाह प्रमाण पत्र और उपहार सामग्री वितरित की।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष ललितपुर कैलाश नाथ निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी, पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्र, और भाजपा नेता सुरेश अनुरागी समेत अनेक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। ऐसे आयोजन न केवल समाज में आर्थिक और सामाजिक समरसता बढ़ाते हैं, बल्कि लोगों को सादगी और परंपराओं से जुड़े रहने की प्रेरणा भी देते हैं।