12 ज्योतिर्लिंग की कथा के बिना अधूरा है शिवमहापुराण का श्रवण – राष्ट्रीय संत स्वामी कमलदास जी बापू।

12 ज्योतिर्लिंग की कथा के बिना अधूरा है शिवमहापुराण का श्रवण – राष्ट्रीय संत स्वामी कमलदास जी बापू।

चित्रकूट।

महाकुंभ के पावन अवसर पर कर्वी तहसील परिसर स्थित श्री परमानंदेश्वर परमधाम महादेव मंदिर में श्री लइना बाबा सरकार की कृपा से 9 दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। राजस्थान के अलवर से पधारे सुप्रसिद्ध राष्ट्रीय संत स्वामी कमलदास जी बापू ने कथा के आठवें दिन उपस्थित श्रद्धालुओं को 12 ज्योतिर्लिंग की पवित्र कथा सुनाई।

स्वामी जी ने कहा, “जो व्यक्ति 12 ज्योतिर्लिंग की सम्पूर्ण कथा को निर्मल मन और श्रद्धा से नहीं सुनता, उसे श्री शिवमहापुराण कथा श्रवण का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता। 12 ज्योतिर्लिंग शिव के उन दिव्य स्वरूपों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो संसार की सभी बाधाओं को दूर कर मनुष्य को मोक्ष प्रदान करते हैं। इनकी महिमा का ज्ञान ही शिवभक्ति की सच्ची पराकाष्ठा है।”

कथा के मुख्य यजमान अनुसुइया प्रसाद यादव और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पूनम यादव ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इस मौके पर मंदिर महंत विद्यानंद जी महाराज समेत सैकड़ों श्रद्धालु, विशेषकर माताएं और बहनें, बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं।

बापू जी की धर्मपत्नी श्रीमती ज्ञानवती देवी मिश्रा ने बताया कि 24 जनवरी 2025 को स्वामी कमलदास जी श्री शिवमहापुराण कथा के महात्म्य का विशेष वर्णन करेंगे। अगले दिन 25 जनवरी को सुबह 11:15 बजे शिवमहापुराण का हवन आयोजित होगा। हवन के उपरांत कन्याओं के भंडारे का आयोजन किया जाएगा।

यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्रीय श्रद्धालुओं को शिवभक्ति के सच्चे मार्ग पर प्रेरित कर रहा है। श्रद्धालुओं का मानना है कि कथा के माध्यम से शिवमहापुराण का गूढ़ रहस्य समझने और शिवभक्ति को आत्मसात करने का दुर्लभ अवसर मिल रहा है।