आग ने छीनी छत, अब मुआवज़े की आस—अग्निपीड़ितों ने जिलाधिकारी से लगाई गुहार

आग ने छीनी छत, अब मुआवज़े की आस—अग्निपीड़ितों ने जिलाधिकारी से लगाई गुहार

चित्रकूट ब्यूरो।

रैपुरा गांव के तीन अग्निपीड़ित परिवारों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन से मुलाकात कर भवन निर्माण हेतु विशेष आर्थिक सहायता की मांग की। पीड़ितों का कहना है कि 19 मार्च को दोपहर लगी आग ने उनका सब कुछ छीन लिया—छत, सामान, अनाज और ज़िंदगी की जमा पूंजी।

अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद, उत्तर प्रदेश के संपर्क प्रमुख राजकुमार ओझा के साथ पहुंचे पीड़ित शिवशंकर पयासी, दयाराम और प्रतिमा देवी ने बताया कि आगजनी में उनका पूरा गृहस्थी सामान, गेहूं, चना, चावल, दाल, सरसों के साथ-साथ सोने-चांदी के आभूषण तक जलकर राख हो गए। अब उनके पास न तो रहने को घर है, न पहनने को कपड़े और न ही भोजन का कोई स्रोत।

पीड़ितों ने कहा कि शासन द्वारा दी जाने वाली अहेतुक सहायता केवल आपात राहत है, लेकिन स्थायी पुनर्निर्माण के लिए यह नाकाफी है। उन्होंने मांग की कि शासन स्तर से भवन निर्माण के लिए विशेष आर्थिक पैकेज स्वीकृत कराया जाए, ताकि उनका जीवन दोबारा पटरी पर लौट सके।

जिलाधिकारी ने समस्या को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।