महाकुंभ में चर्चा का केंद्र बनीं ग्लैमरस साध्वी हर्षा रिछारिया, 150 रुपए के लिए किया टूथपेस्ट का प्रचार

महाकुंभ में अपनी अलग पहचान बनाने वाली ग्लैमरस साध्वी हर्षा रिछारिया की जिंदगी संघर्ष और प्रेरणा की कहानी है। उनका बचपन मुफलिसी में गुजरा, और परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि उन्हें महज 16 साल की उम्र में काम करना पड़ा। 150 रुपए के लिए किया टूथपेस्ट का प्रचार हर्षा रिछारिया ने खुद खुलासा किया कि उन्होंने अपने जीवन में कई कठिन दौर देखे हैं। आर्थिक मजबूरी के कारण उन्होंने 150 रुपए की फीस पर एक टूथपेस्ट का विज्ञापन भी किया। साध्वी ने बताया कि उस समय उनके पास कोई विकल्प नहीं था, और परिवार को सपोर्ट करना उनकी प्राथमिकता थी।

महाकुंभ में चर्चा का केंद्र बनीं ग्लैमरस साध्वी हर्षा रिछारिया, 150 रुपए के लिए किया टूथपेस्ट का प्रचार

महाकुंभ में ग्लैमर दिखाकर महफिल लूट रहीं साध्वी हर्षा रिछारिया इस समय खूब चर्चा में है. महाकुंभ में उन्हें देखने के लिए तो लोग आ ही रहे हैं, सोशल मीडिया पर भी लोग उन्हें खूब सर्च कर रहे हैं. मूल रूप से भोपाल की रहने वाली हर्षा रिछारिया को बचपन में मुफलिसी के दिन देखने पड़े थे. घर चलाने के लिए उन्हें छोटी उम्र में ही काम करना पड़ा था. 30 वसंत पूरा कर चुकीं हर्ष रिछारिया ने बड़ी मुश्किल से महज बीबीए तक की पढ़ाई कर पायीं. इसके बाद उन्होंने अपने घर की स्थिति और परिस्थिति को देखते हुए महज 16 साल की उम्र से ही काम करना पड़ा.

उन्होंने अपने काम की शुरूआत एक सुपर मार्ट में टूथपेस्ट के प्रचार से की थी. इसके लिए उन्हें महज 150 रुपये प्रतिदिन मिला करते थे. हालांकि बाद में काम सीखने और समझने के बाद उनकी कमाई भी बढ़ती गई. कुछ दिन तक इसी तरह विभिन्न प्रोडक्ट की मॉडलिंग करने के बाद उन्होंने एंकरिंग के क्षेत्र में संभावना तलाशी और इसी इसी क्षेत्र में आने की वजह से उन्हें भोपाल और मध्य प्रदेश में काफी नाम और पहचान भी हासिल हुई. साल 2015 तक हर्षा ने अपनी मेहनत के दम पर अपने घर की अर्थ व्यवस्था को पटरी पर ला दिया. यही नहीं, उन्होंने उसी साल अपने पिता को एक कार गिफ्ट की थी.

दो साल पहले अध्यात्म से जुड़ी

उस समय हर्षा रिछारिया ने अपनी मां को घर गिफ्ट करने का वादा किया था, लेकिन बीच में कोविड की वजह से उनका काम प्रभावित हुआ और वह ऐसा नहीं कर पायीं. उन्होंने जब अपने दम पर अपने घर की व्यवस्था को स्टेब्लिश्ड कर लिया तो एक दिन अचानक से उनका झुकाव धर्म और अध्यात्म की ओर हो गया. इसी क्रम में उन्होंने निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंदगिरि से दीक्षा ले ली. वह खुद बताती है कि वह महाराज की शिष्या हैं और अब अपना जीवन अध्यात्म की छत्रछाया में ही बिताना चाहती हैं.

खुद को मेकअप आर्टिस्ट बताती हैं हर्षा

एक वीडियो में हर्षा रिछारिया कहती हैं कि वह एंकरिंग के अलावा भक्ति एल्बम में अभिनय भी कर चुकी हैं. इसके अलावा इंस्टाग्राम पर खूब कंटेंट भी बनाती हैं. इंस्टाग्राम पर उनके ज्यादातर पोस्ट धार्मिक और हिन्दुत्व के विषय पर ही हैं. हालांकि इसके लिए उन्हें कथित तौर पर धमकी भी मिल चुकी है. इस समय इंस्टाग्राम पर हर्षा रिछारिया के 9 लाख से अधिक लोग फॉलोवर हैं. वह खुद को ट्रैवलर के अलावा मेकअप आर्टिस्ट और हेयर स्टाइलिस्ट भी बताती हैं.