डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में गैस पाइपलाइन क्षति रोकने हेतु आईजीएल सुरक्षा कार्यशाला हुई आयोजित

जिलाधिकारी ने कार्यशाला में उपस्थित एजेंसियों को आईजीएल के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के दिए निर्देश

डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में गैस पाइपलाइन क्षति रोकने हेतु आईजीएल सुरक्षा कार्यशाला हुई आयोजित

गौतम बुद्ध नगर

    गैस पाइपलाइनों को तीसरे पक्ष द्वारा होने वाली क्षति को रोकने के उद्देश्य से डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में " डायल बिफोर डिग - खुदाई से पूर्व सूचित करें" पहल पर एक महत्वपूर्ण सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। 
     जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने शहर के भीतर गैस पाइपलाइन नेटवर्क की सुरक्षा के लिए कार्यशाला में उपस्थित सभी एजेंसियों को आईजीएल के साथ एक मजबूत और सहयोगात्मक संबंध स्थापित करने के निर्देश दिये।
     कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य गैस पाइपलाइनों के पास किसी भी प्रकार की खुदाई गतिविधि करने से पहले आईजीएल से पूर्व अनुमति प्राप्त करने के महत्वपूर्ण महत्व को दोहराना था। आईजीएल के प्रतिनिधियों ने अनधिकृत खुदाई के गंभीर परिणामों पर जोर दिया, जिसमें महत्वपूर्ण क्षति और संबंधित कानूनी दंड की संभावना निहित है। "अनाधिकृत खुदाई हमारी गैस पाइपलाइन नेटवर्क की अखंडता और समुदाय की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है," आईजीएल की अग्नि एवं सुरक्षा (एफ एंड एस) टीम ने कहा।    
      आईजीएल टीम ने आगे जोर दिया कि "हमारे गैस पाइपलाइन नेटवर्क की अखंडता बनाए रखना, जो विभिन्न घरेलू, वाणिज्यिक, औद्योगिक पीएनजी उपयोगकर्ताओं और सीएनजी परिवहन क्षेत्रों के लिए जीवन रेखा के रूप में कार्य करता है, माननीय प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को पूरा करने हेतु राष्ट्र की सुरक्षा और विकास के लिए सर्वोपरि है।"
       आईजीएल ने पीएनजीआरबी अधिनियम 2006 राजपत्र अधिसूचना में उल्लिखित कठोर दंडात्मक उपायों पर प्रकाश डाला, जिसमें अनधिकृत खुदाई के माध्यम से पाइपलाइनों को नुकसान पहुंचाने वाली एजेंसियों के लिए 25 करोड़ रुपये तक का जुर्माना या 3 साल तक की कैद या दोनों शामिल हैं।
       कार्यशाला में नोएडा प्राधिकरण, एयरटेल, टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड, बीएसएनएल, रिलायंस जियो और शंकर टेलीनट जैसी प्रमुख एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।
       आईजीएल की अग्नि एवं सुरक्षा टीम, जिसमें धीरज तिवारी, पुष्पेंद्र शर्मा, विवेक कुमार और कृष्ण कुमार शामिल थे, इन्होंने  गौतम बुद्ध नगर में गैस पाइपलाइन नेटवर्क के सुरक्षा नियामक पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। आईजीएल की पीएनजी ओ एंड एम टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे यासिर जलाल भी भाग लेने वाली एजेंसियों के प्रश्नों का समाधान करने के लिए उपस्थित थे। आईजीएल ने सभी उपस्थित लोगों को "डायल बिफोर डिग- खुदाई से पूर्व सूचित करें" पहल पर व्यापक सुरक्षा पुस्तिकाएं भी वितरित की।