ग्राम पंचायत सचिवों का धरना जारी,जिम्मेदार अधिकारी बने मूक दर्शक, कार्य बहिष्कार से गांवों में विकास ठप्प

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक
बागपत।ग्राम पंचायत सचिव और निबाली प्रधान के बीच फर्जी भुगतान के दबाव मामले को लेकर हुआ विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति बागपत के आह्वान पर आज जनपद के समस्त सचिवों ने कार्य बहिष्कार कर विकास खंड बागपत पर धरना दिया। घटना की जानकारी पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारियों को होने के बावजूद भी वह इस मामले में मूकदर्शक बने रहने की स्थिति पर भी संगठन में रोष व्याप्त है, जबकि सचिवों के कार्य बहिष्कार से गांवों में विकास कार्य ठप्प हो रहे हैं ।
बता दें कि, ग्राम विकास अधिकारी संदीप कुमार के साथ हुई घटना की जांच ,खंड विकास अधिकारी बागपत केके पाण्डेय ,सहायक विकास अधिकारी पंचायत और कृषि ने मिलकर की थी ,लेकिन जांच रिपोर्ट में क्या सामने आया, इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। वहीं पंचायत सचिव के साथ हुई घटना के कारण जनपद के सचिवों में रोष व्याप्त है। ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति के जिलाध्यक्ष प्रमोद शर्मा के आह्वान पर जनपद के सभी विकास खंडों में कार्य बहिष्कार कर बागपत विकास खंड पर पहुँच कर अपना सर्मथन देते हुए धरना दिया। जनपद के सचिवो के धरने शामिल होने के कारण जनपद के विकास खंडों में होने वाले विकास कार्य पूरी तरह ठप्प रहे।
इस मामले की जानकारी पुलिस क्षेत्राधिकार, पुलिस अधीक्षक बागपत व मुख्य विकास अधिकारी बागपत नीरज श्रीवास्तव को होने के वावजूद भी जनपद में चल रहे धरना प्रदर्शन को समाप्त कराने में उच्चाधिकारियों ने कोई दिलचस्पी नही दिखाई। जिस कारण धरना लगातार व्यापक रूप ले रहा है। धरने पर अनिल मान विकुल तोमर, विकास राठी, रविन्द्र कुमार, सतेंद्र कुमार, हरिओम त्यागी, मुकेश यादव, कृष्ण यादव, कृष्ण कुमार तोमर, सुनील बंसल सहित कई दर्जन सचिवों ने भाग लिया।