सिपाही ने झोंकी अफसरों की आंख में धूल! नाम बदलकर करा ली तैनाती

अमरोहा। सिपाही एक है और उसके नाम दो हैं। अनुशासनहीनता के आरोप लगे तो पहले नाम पर पुलिस अधीक्षक ने उसे लाइन हाजिर कर दिया था। परंतु सिपाही ने दूसरा नाम बता कर फिर से तैनाती करा ली। मामला संज्ञान में आने पर एसपी ने पीएनओ नंबर से जांच कराई तो मामला सही निकला। जिस पर एसपी ने फिर से आरोपित सिपाही को वापस लाइन हाजिर कर दिया है।
अमरोहा में सिपाही ने अधिकारियों की आंखों में धूल झोक कर तैनाती पा ली। दरअसल अंकित मलिक नाम का सिपाही डिडौली कोतवाली में तैनात था। पंद्रह दिन पहले ही एसपी ने अनुशासनहीनता की शिकायतों के चलते उसे लाइन हाजिर किया था। इस क्रम में चार दिन पहले एसपी ने पुलिस लाइंस में तैनात 35 सिपाहियों को थाने में तैनाती दी है। इस बीच सिपाही ने अपना नाम अंकित मलिक के स्थान पर अंकित कुमार दर्ज करा दिया। लिहाजा सामान्य प्रक्रिया के तहत उसकी तैनाती सैदनगली थाने में हो गई।
पीएनओ नंबर की जांच से निकला नाम
गुरुवार शाम यह मामला एसपी कुंवर अनुपम सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने अंकित कुमार व अंकित मलिक के पीएनओ नंबर की जांच कराई। दोनों का पीएनओ नंबर एक ही निकला, लेकिन दोनों स्थान पर नाम अंकित मलिक व अंकित कुमार निकला। जिस पर एसपी ने सैदनगली में की गई उसकी तैनाती रद्द कर वापस लाइन हाजिर कर दिया है।
पीआरवी का दारोगा व महिला सिपाही सस्पेंड
अनुशासनहीनता के आरोप में एसपी ने पीआरवी पर तैनात दारोगा व महिला सिपाही को सस्पेंड किया है। दारोगा पर ड्यूटी के दौरान शराब पीने का आरोप था तो महिला सिपाही पर आरोप था कि वह 164 के बयान दर्ज कराने ले जाते समय युवती की मोबाइल काल पर आरोपितों से बात कराई थी। दरअसल पीआरवी पर तैनात दारोगा चंद्रपाल सिंह पर आरोप था कि वह डयूटी के दौरान शराब पी रहे थे। जिसकी वीडियो एसपी कुंवर अनुपम सिंह के पास पहुंची थी। शिकायत के बाद एसपी ने मामले की जांच कराई थी। आरोप सही मिलने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया है।