दरोगा की उपेक्षा से आहत दलित परिवार ने पुलिस महानिदेशक एवं महिला आयोग को शिकायत पत्र भेजकर लगाई गुहार

फलावदा: सूबे की योगी सरकार द्वारा आम जनता की समस्या का जल्द निस्तारण कराए जाने के तमाम दावे किए जा रहे हैं लेकिन सरकारी नुमाइंदे ही जमीनी स्तर पर फरियादी की समस्या के समाधान कराने को लेकर गंभीर नहीं है ऐसा ही एक मामला थाना क्षेत्र के नगला यजदी निवासी पीड़ित द्वारा थाने के चक्कर काटते काटते दुखी होकर पीड़ित पिता ने एसएसपी मेरठ के अलावा मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल से पुलिस महानिदेशक लखनऊ, आईजी मेरठ मंडल एवं उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग को शिकायती पत्र और नाबालिग पुत्री द्वारा शपथ पत्र भेज कर बताया कि तीन सप्ताह पूर्व उसकी नाबालिग 13 वर्षीय पुत्री का गांव के ही कपिल पुत्र श्यामे, प्रवीण पुत्र ओमबीर ने पीड़ित के घर से उस समय उठाकर अपहरण कर लिया था जिस समय वह घर में अकेली थी घटना के संबंध में पीड़ित पिता ने थाने पुलिस को तहरीर देकर दोनों आरोपीयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन पुलिस ने दर्ज मुकदमे में अपहरण की धारा 363 लगाकर ही मुकदमा दर्ज कर लिया जबकि नाबालिग पुत्री को अपहरण करके चाकू से अंतकित करते हुए बंधक बनाकर उसके साथ जबरदस्ती बलात्कार किया गया था पीड़ित पिता का कहना है कि पुलिस को इस मामले में पोक्सो एक्ट 376 366, 328,342 आदि संगीन धाराओं में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना चाहिए था जबकि पीड़ित पिता ने ही स्वयं अपनी पुत्री को तलाश करते करते कस्बा टपरी जिला सहारनपुर में बंधक बनाकर रखने का मामला पता चलने पर पुलिस को सूचना देकर पुत्री को बरामद कराई थी उसकी पुत्री ने बरामदगी के दौरान अपने पिता को आरोपियों की गंदी करतूत के बारे में बताया था तथा संबंधित दरोगा ने आरोपियों से मिलीभगत कर पीड़ित पिता को बिना बताए उसकी नाबालिग पुत्री को डरा धमका कर मेडिकल नहीं होने वाले फार्म पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करा लिए और उसका मेडिकल परीक्षण नहीं कराया और 164 के अंतर्गत कोर्ट में भी पुत्री के बयान आरोपी के पक्ष में करा दिए पुलिस उसकी नाबालिग पुत्री को बरामद कर किस दिन उसे कोर्ट में पेश किया और किस समय उसका मेडिकल कराया इस बारे दरोगा द्वारा पीड़ित पिता को कोई सूचना नहीं दी गई और घटना के संबंध में आरोपी कपिल को मौके से गिरफ्तार कराया था लेकिन पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपी कपिल को तीन दिन थाने में रखने के बाद 363 अपहरण की मामूली धाराओं में ही जेल भेज दिया इस संबंध में दरोगा दीपक जसवाल का कहना है की उनसे पहले इस मुकदमे में कार्रवाई कर रहे दरोगा अतुल कुमार का ट्रांसफर हो गया है अब यह मामला उनके पास आया है जो भी उचित कार्रवाई होगी पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करेंगे