संस्कृत महाविद्यालय और योग केंद्र की योजना , काटे जाएंगे वन्य क्षेत्र के कुछ पेड

संस्कृत महाविद्यालय और योग केंद्र की योजना , काटे जाएंगे वन्य क्षेत्र के कुछ पेड

संवाददाता अजय कुमार

बालैनी। हिंडन नदी के किनारे वन क्षेत्र से लगी भूमि पर संस्कृत महाविद्यालय और योग केंद्र बनाने की योजना शीघ्र ही होगी क्रियान्वित | वन विभाग ने अपने पेड़ों की मोटाई की नाप व गिनती शुरू की |
 
ईशा फाउंडेशन द्वारा बालैनी हिंडन नदी के किनारे बनाये जाने वाले संस्कृत महाविद्यालय और योग केंद्र की तैयारी के क्रम में वन विभाग की टीम ने वन्य क्षेत्र में लगे पेड़ों की गिनती शुरू कर दी है, जल्द ही पेड़ो की गिनती का काम पूरा हो जाएगा।

बता दें कि,ईशा फाउंडेशन द्वारा बालैनी और हरियाखेड़ा के समीप हिंडन नदी किनारे संस्कृत महाविद्यालय और योग केंद्र बनाने का प्रोजेक्ट शासन को भेजा गया था ,जिसको लेकर ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव बीती 30 अगस्त को हेलिकॉप्टर से बालैनी पहुँचे थे और जमीन का निरीक्षण भी किया था। अब प्रोजेक्ट के बनने के लिये तैयारी शुरू हो गई है |

वन विभाग के दरोगा देशपाल सिंह के नेतृत्व में टीम ,वन क्षेत्र में पहुँची और पेड़ों की मोटाई नापने और उनकी गिनती शुरू कर दी गई | बताया कि, पेड़ों की गिनती अगले दो सप्ताह में पूरी हो जाएगी और फिर इसके बाद पेड़ों के काटने का ठेका छोड़ा जाएगा। 

ईशा फाउंडेशन के प्रोजेक्ट के यहां आने से क्षेत्र के ग्रामीणों में उत्साह है और वह इस प्रोजेक्ट से जुड़ी छोटी छोटी जानकारी पाने के लिये उत्सुक रहते हैं |