गन्ना मूल्य में 20 रुपये की बढोत्तरी से किसानों में खुशी के बदले आक्रोश : राजू तोमर

गन्ना मूल्य में 20 रुपये की बढोत्तरी से किसानों में खुशी के बदले आक्रोश : राजू तोमर

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि

बडौत।गन्ना मूल्य में 20 रुपये की वृद्धि अपर्याप्त है तथा गन्ना किसानो के साथ धोखा है । किसान इस कम मूल्य वृद्धि को अस्वीकार करते हैं। प्रदेश सरकार किसान हित में गन्ना मूल्य वृद्धि पर पुनर्विचार करे ,कम मूल्य वृद्धि किसानो के साथ अन्याय है। यह कहना है गन्ना किसान व सिरसली के पूर्व प्रधान राजू तोमर का। 

किसान आंदोलन व रालोद से सक्रिय जुड़े किसान नेता राजू तोमर ने कहा कि वर्ष 2021 के बाद यानि अब चार साल की गई मूल्य वृद्धि 20 पैसे किलो अर्थात् पांच पैसे प्रति किलो प्रतिवर्ष के हिसाब से गन्ने का भाव बढ़ाकर किसानों के साथ धोखा किया गया है। कहा कि,यह सरकार सिर्फ अंधविश्वास को बढ़ावा दे रही है और किसान, गरीब ,बेरोजगार व मजदूर आदि सबको ठगने का काम कर रही है। 

बताया कि,उत्तर प्रदेश में 28.5 लाख हैक्टेयर भूमि में गन्ने की खेती होती है, जिसमे पिछले सत्र में लगभग 24 करोड़ कुंतल गन्ना चीनी मिलों को आपूर्ति किया गया है।यदि 2022- 23 के सत्र में उत्तर प्रदेश में पंजाब के बराबर भाव मिलता, तो किसानों को 720 करोड़ रूपए ज्यादा मिलते । यदि हरियाणा के बराबर भाव मिलता ,तो 528 करोड़ रूपए ज्यादा मिलते। इस तरह पिछले दो सत्रों की बात की जाए तो ,हरियाणा के किसानों के बराबर गन्ना मूल्य दिया जाता तो, उत्तर प्रदेश के किसानों को 816 करोड़ रुपए ज्यादा मिलते।यदि पंजाब के आधार पर देखा जाए तो ,पिछले दो सत्रों में उत्तर प्रदेश के किसानों को 960 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। ऐसे में यूपी सरकार द्वारा गन्ना किसानों के लिए 20 रुपये कुंतल की बढोत्तरी से खुशी के बदले आक्रोश अधिक है।