सम्मान को तरस रहा राष्ट्रीय ध्वज कोई नहीं है पुरसाहाल

सम्मान को तरस रहा राष्ट्रीय ध्वज कोई नहीं है पुरसाहाल
गौशाला मे लहराता खण्डित (फटा हुआ) राष्ट्र ध्वज

महेंद्र राजमण्डल प्रभारी )

जहाँ एक तरफ़ हम पूर्णतः अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर अपनी छवि को निखारते जा रहे हैं और हमारे देश के नागरिकों की राष्ट्र प्रेम की भावना विश्व के सभी देशों के लिये मिसाल व अनुकरणींय बनती जा रही है वहीं दूसरी ओर संविधान मे वर्णित स्थानीय स्व सरकारों (ग्राम पंचायतों) के महामहिमों व उनके प्रतिनिधियों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का सरेआम अपमान किया  जा रहा है।

ताजा मामला उन्नाव जनपद के सुमेरपुर विकास खण्ड के ग्राम महेश खेड़ा की गौशाला का प्रकाश में आया है।कोरोना काल से ही कभी गोवंशियों की उपेक्षा,कभी गौशाला के निकट जलाशय़ो मे मृत गोवंशियों के खाल विहीन ताजा कंकालों के मिलने के कारण़ चर्चा में रही ये गौशाला एक बार पुनः राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने मे भी उभरी है।

बीते दिवस गौशाला परिसर में लगा तिरंगा फटा हुआ व ध्वज दण्ड से उतरा हुआ नुमाया हुआ।इस विषय में जिम्मेदारों से बात करने का प्रयास भी व्यर्थ गया।क्योंकि प्रधान प्रतिनिधि द्वारा बदसलूकी पूर्वक फोन रखने के लिए कह कर फोन काट दिया गया।हैरत अंगेज तो यह भी है कि राष्ट्रीय ध्वज को नजरअंदाज करने के साथ ही साथ गोशाला का का केयर टेकर गोशाला में मौजूद गोवंशियों की संख्या भी नहीं बता पाया।गौरतलब है कि संबंधित गोशाला से संबंधित ग्राम प्रधान अन्यत्र रह कर नौकरी करते हैं व उनका कार्यभार प्रतिनिधि संचालित करता है।