'मोदी की गारंटी' और 'योगी पर यकीन' से लगातार बढ़ रहा भाजपा का ग्राफ
लखनऊ (संवाददाता)। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश की बागडोर संभालने के बाद से भारतीय जनता पार्टी के वोटों का ग्राफ लगातार बढ़ता गया। जनपद आगरा में लोकसभा चुनाव, विधानसभा चुनाव और नगर निकाय चुनाव में योगी मॉडल की बदौलत भाजपा ने सफलता हासिल की। 'मोदी की गारंटी' और 'योगी पर यकीन' से मतदाताओं ने भाजपा पर एकतरफा विश्वास व्यक्त किया है। यूपी में योगी सरकार के प्रशासनिक मॉडल ने भाजपा के आधार को मजबूत करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी का परिणाम है कि आगरा की नौ विधानसभा सीट, दो लोकसभा सीट, महापौर और अधिकांश नगर निकायों पर भाजपा
का ही कब्जा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की सुनामी में आगरा लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया की जीत हुई थी। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कठेरिया को कुल 5,83,716 मत प्राप्त हुए थे। वर्ष 2017 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे की कमान संभाली। वर्ष 2019 में हुए चुनाव में आगरा लोकसभा सीट पर भाजपा ने प्रो. एसपी सिंह बघेल को उतारा। इस चुनाव में योगी फैक्टर का असर साफ तौर पर दिखाई दिया। प्रो. एसपी सिंह बघेल की जीत हुई। उन्हें कुल 6,44,431 वोट मिले। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को पिछली बार की अपेक्षा 60 हजार अधिक मत मिले और बघेल 2,10,053 वोट से जीते। वहीं फतेहपुर सीकरी सीट से प्रत्याशी
राजकुमार चाहर ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की। भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर को कुल 6, 67,147 मत मिले। चाहर को 64.99 प्रतिशत वोट मिले और चाहर ने रिकॉर्ड चार लाख 91 हजार वोट से जीत दर्ज की थी। चाहर ने कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर को रिकॉर्ड मतों से हराया था। आगरा जनपद में विधानसभा की 9 सीटें हैं और दो लोकसभा सीटें हैं। आगरा और फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र हैं। आगरा लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीट आती है। आगरा उत्तर, आगरा दक्षिण, आगरा छावनी, एत्मादपुर और जलेसर (एटा जनपद) विधानसभा क्षेत्र है। वहीं फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र में फतेहपुर सीकरी, आगरा ग्रामीण, फतेहाबाद, खेरागढ़ और बाह विधानसभा सीट हैं।