ओयो होटल संचालक की दबंगई, चस्पा नोटिस फाडा, नहीं दिया जवाब, दुबारा लगाई सील व अपनाई प्रक्रिया

ओयो होटल संचालक की दबंगई, चस्पा नोटिस फाडा, नहीं दिया जवाब, दुबारा लगाई सील व अपनाई प्रक्रिया

संवाददाता वरुण भारद्वाज

बडौत | मानक के विपरीत अवैध तरीके से चलाए जा रहे ओयो होटल पर लगाए गए नोटिस को फाडकर, धडल्ले से होटल संचालित करने की मीडिया रिपोर्ट पर प्रशासन हुआ सक्रिय |

डीएम के आदेश पर बुधवार को विकास प्राधिकरण की टीम सराय रोड स्थित ओयो होटल पर पहुंची और होटल पर सील लगाते हुए दोबारा से नोटिस भी चस्पा कर दिया है। डीएम ने साफ तौर पर हिदायत दी है कि यदि फिर से होटल पर चस्पा नोटिस फाडा गया या सील तोड़ी गई ,तो कठोर रूप से कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई से अन्य ओयो होटल संचालकों में भी हड़कंप मच गया।

उल्लेखनीय है कि हिन्दू संगठन व आम जनों द्वारा बड़ौत-अमीनगर सराय मार्ग पर मीरापुर रजबहे के सामने स्थित ओयो होटल में गलत काम करने का आरोप लगाते हुए लगातार हंगामा-प्रदर्शन व प्रशासनिक अफसरों से शिकायत की जा रही थी, जिसके बाद डीएम राजकमल यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विकास प्राधिकरण को होटल पर जाकर जांच कर कार्रवाई के निर्देश ‌दिएं थे। 

डीएम के आदेशों पर विकास प्राधिकरण के जेई निखिल भट्ट टीम के साथ होटल पर पहुंचे थे और होटल मानक के अनुरूप संचालित होता नहीं मिला था ,जिसके बाद विकास प्राधिकरण ने नोटिस चस्पा कर दिया था और नोटिस चस्पा होने के तीन दिनों के अंदर जवाब देने के लिए कहा था | लेकिन ओयो होटल संचालक ने दबंगई दिखाते हुए होटल पर चस्पा नोटिस फाड़ दिया था और बोर्ड भी हटा दिया था। 

इस पूरे खेल को अमर सोशल मीडिया ने प्रमुखता से उठाया ,तो प्रशासनिक अफसरों में हड़कंप मच गया। बुधवार को विकास प्राधिकरण के जेई निखिल भटट, ऋषि शर्मा, नीरज गुप्ता व कर्मचारी ओमपाल पुलिस टीम के साथ दोबारा से होटल पर पहुंचे और होटल पर सील लगाते हुए दोबारा से नोटिस चस्पा कर दिया। 

इस संबंध में विकास प्राधिकरण के जेई निखिल भट्ट ने बताया कि होटल में गलत काम किए जा रहे थे, इसी के मद्देनजर एडीएम के आदेशों पर सराय रोड पर मीरापुर रजबहे के सामने गली में स्थित होटल को सील किया गया है। होटल मानचित्र स्वीकृत कराए बगैर भी संचालित किया जा रहा था। बताया कि इस संबंध में होटल संचालक को 29 सितंबर को नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन नोटिस का जवाब देने की बजाए चस्पा नोटिस को ही फाड़ दिया गया था।