नानाजी देशमुख एवं लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती में ग्रामोदय पखवाडा का हुआ समापन ।
चित्रकूट: भारत में समय-समय पर अनेक महापुरूष ने जन्म लेकर तत्कालीन समाज को दिशा देने के साथ एक जागरूकता का वातावरण निर्मित किया है। एकात्म मानववाद के चिन्तक पं. दीनदयाल उपाध्याय, समग्र क्रांति प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण एवं राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख का नाम भी इन्हीं महापुरूषों की श्रंखला में आता है। इन तीनों ही महापुरुषों के जन्मदिवस पर दीनदयाल शोध संस्थान में 25 सितंबर पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से 11 अक्टूबर भारत रत्न नानाजी देशमुख एवं लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती तक ग्रामोदय पखवाडा का कार्यक्रम मनाया गया। इसके लिए संस्थान के सभी प्रकल्पों से प्रमुख कार्यकर्ता चित्रकूट एवं मझगवॉ जनपद के सभी स्वावलंबन केंद्रों एवं संपर्कित केंद्रों तक प्रवास किये तथा वहां समाज शिल्पी दंपत्ति एवं ग्राम संयोजक कार्यकर्ताओं के सहयोग से श्रद्देय नानाजी के जयंती कार्यक्रम को ग्राम आबादियों तक धूमधाम से संपन्न किए।
इसी क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र गनीवां में सरसों दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन, कोषाध्यक्ष वसंत पंडित, प्रगतिशील किसान शंकरलाल तिवारी, रामचन्द्र भर्ती, देवी कोल एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा केन्द्र प्रमुख डॉ राजेन्द्र सिंह नेगी द्वारा नानाजी के चित्र पर दीपप्रज्वलन व माल्यर्पण से हुआ। वैज्ञानिक विजय गौतम द्वारा तिलहन के अंतर्गत सरसों उत्पादन को बढावा देने के लिए उन्नत कृषि तकनीक, उन्नत बीज एवं संतुलित उर्वरकों के प्रयोग पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही सरसों में लगने वाले कीटों एवं रोगों की पहचान इससे नुकसान व बचाव के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई। राजवीर सिंह प्रक्षेत्र अधिकारी इफको ने इफको उत्पाद, नैनों डीएपी, नैनों यूरिया नैनों बेस्ट डिकम्पोजर एवं सागरिका के कृषि उत्पादन में उपयोग व उसके महत्व के विषय में जानकारी प्रदान की। इस दौरान कृषकों को निशुल्क सरसों का बीज वितरित किया गया।
कार्यक्रम में मानिकपुर विकास खंड के 7 ग्रामों जारोमाफी, गोपीपुर तरौहां, डांडी कोलान, उमरी, खिचरी व बंधवा के महिला एवं पुरुष कृषकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ वैज्ञानिक कमलाशंकर शुक्ल ने किया।
इस मौके पर जन शिक्षण संस्थान निदेशक अनिल कुमार सिंह, कृषि वैज्ञानिक पुष्पेंद्र सिंह, सतीश पाठक, डॉ दीपेंद्र, अंकुर त्रिपाठी उपस्थित रहे।