पंडरी गांव में टाइगर के हमले में युवक की मौत

पीलीभीत: पीलीभीत के पंडरी गांव में बीते दिनों बाघ ने शौच पर गए युवक को मौत के घाट उतार दिया था. युवक की मौत के बाद गांव में घंटो तनाव बना रहा. बाघ को जल्द से जल्द पकड़ने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों को शांत कराया गया. लेकिन 6 दिन बीत जाने के बाद भी विभाग के हाथ खाली हैं.

पीलीभीत को जिन वन्यजीवों के चलते देश दुनिया में पहचान मिल रही है. वहीं, दूसरी ओर जंगल से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों को इनके आतंक के साए में जीना पड़ रहा है. आए दिन ग्रामीणों को वन्यजीवों के हमले में अपनी जान गंवानी पड़ रही है. जनवरी से शुरू हुआ यह सिलसिला अब तक जंगली जानवरों के हमले में 4 लोग की मौत हो गई है. अब तक बाघ के हमले में 3 और भालू के हमले में 1 किसान की जान जा चुकी है.

वन विभाग ने किया था ये दावा
बीते दिनों पीलीभीत से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर स्थित पंडरी गांव में शौंच के लिए गए युवक की बाघ के हमले में मौत हो गई थी. युवक की मौत के बाद गांव में तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी. आलाधिकारियों व स्थानीय विधायक की तकरीबन 5 घंटे की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया. वन विभाग के अधिकारियों ने 48 घंटे के भीतर पंडरी गांव से बाघ को पकड़ने का आश्वासन दिया था. लेकिन अब तक वन विभाग को सफलता नहीं मिल पाई है. वहीं अधिकारी बाघ की चहलकदमी पर निगरानी की बात कर रहे हैं.

खेतों पर जाने से कतरा रहे किसान
ग्रामीणों के मुताबिक पंडरी गांव में बीते तकरीबन 6 माह से बाघों की मौजूदगी देखी जा रही है. बार-बार सूचना देने के बाद भी विभाग की ओर से पुख़्ता कदम नहीं उठाए गए. नतीजतन गांव के एक युवक की जान चली गई. दुर्घटना होने के बाद भी अधिकारियों की ओर से मामले में टाल-मटोल किया जा रहा है. दुर्घटना के बाद से ही ग्रामीणों में दहशत है. गांव के अधिकांश घर खुले होने के चलते लोग रात-रात भर जागकर घरों की रखवाली कर रहे हैं. वही खेतों में ही बाघों की चहलकदमी होने के चलते किसान खेतों पर जाने से कतरा रहे हैं.

लगाया गया पंडरी गांव में पिंजरा
पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए पंडरी गांव में पिंजरा लगाया गया है. उम्मीद है जल्द ही बाघ को रेस्क्यू किया जाएगा. वहीं 24 घंटे इलाके में टीम बनाकर निगरानी की जा रही है.