सुसाइड नोट में छलका दर्द: मैं एक्सट्रा कुछ न कर सकी एक पेज पर बस लाइनें; पढ़ें पांच पन्नों में क्या लिखा
आईआईटी के हॉस्टल में पीएचडी (भू-गर्भ विज्ञान) तृतीय वर्ष की छात्रा प्रगति (27) ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा अपने पीछे पांच पेज का सुसाइड नोट छोड़कर गई है। पांच पेज के सुसाइड नोट में दो पेज खाली हैं। एक पेज में केवल इतना लिखा है कि मेरी मौत के लिए किसी को दोष न दिया जाए। एक पेज में केवल लाइन खिंची हुई है। दूसरे पेज में परिवार वालों के नाम का जिक्र करते हैं लिखा है कि ऐसा नहीं है कि मैं कुछ कर नहीं सकती।