स्कूल सर्वे से स्कूल में सर्वोत्तम प्रथाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। डॉ शिल्पी सिंह
शिक्षाशास्त्र विभाग में विद्यालय सर्वेक्षण विषय पर कार्यशाला का आयोजन हुआ
सुलतानपुर। राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा बी ए द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के प्रयोगात्मक कार्यं विद्यालय सर्वेक्षण को सरल बनाने एवं समस्या समाधान हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की मुख्य वक्ता शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ शिल्पी सिंह ने वक्तव्य देतें हुए कहा कि स्कूल सर्वेक्षण आयोजित करने का सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि यह छात्रों, प्रशासको और अभिभावकों के लिए विभिन्न स्कूल नीतियों के बारे में अपनी धारणाओं को संप्रेषित करने के लिए एक खिड़की के रूप में कार्य करता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से एकत्र की गई जानकारी आपके स्कूल में सर्वोत्तम प्रथाओं को बेहतर बनाने में मदद करती है। स्कूल सर्वेक्षण एक उपकरण है जिसका उपयोग विभिन्न हितधारकों से स्कूल में उनके अनुभवों और भलाई के बारे में प्रतिक्रिया एकत्र करने के लिए किया जाता है। यह एक डेटा संग्रह विधि है जो छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और अन्य स्टाफ सदस्यों के अनुभव में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।शिक्षा सर्वेक्षण आयोजित करना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि यह संस्थान के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए भरोसेमंद जानकारी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। छात्र, शिक्षक और कर्मचारी अंदर से फीडबैक प्रदान करते हैं जो संस्थान के प्रमुख बिंदुओं को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इस कार्यशाला में विद्यालय सर्वेक्षण पर विद्यार्थियों के अलग अलग जिज्ञासा का समाधान किया गया। इस कार्यशाला में देवेंद्र तिवारी,प्रिया गुप्ता, जान्हवी सोनी,सुप्रिया भारती,अंतिमा भारती,खुशी रावत, रुचि कनौजिया,मीरा कुमारी,माला प्रजापति,शिवानी,समर घोष, खुशी चौरसिया,रेमिका राय,रुचि मिश्रा,रोशनी कुमारी,सायमा बानो, जैनब बानो,कशिश राय, सरिता मौर्य,गीता रंजन,जुबेदा खातून,मुस्कान सिंह,सौम्या शुक्ला,संजना वर्मा,नैना वर्मा,उमा, संध्या, प्रीति ,पवन प्रजापति,अर्जुन प्रजापति,शुभम प्रजापति,अमन प्रजापति, मोहम्मद मुजीब,रंजना प्रजापति, खुशी प्रजापति आदि विद्यार्थी उपस्थित रहे।