डीआईओएस कार्यालय में आने के लिए प्रधानाचार्य की अनुमति जरूरी, आदेश का शिक्षक संघ ने किया विरोध

डीआईओएस कार्यालय में आने के लिए प्रधानाचार्य की अनुमति जरूरी, आदेश का शिक्षक संघ ने किया विरोध

••7 फरवरी को जिला विद्यालय निरीक्षक से मिलकर देंगे जवाब

•• बिना अनुमति के आएंगे जनपद के शिक्षक, लम्बित प्रकरणों पर करेंगे बात

संवाददाता नीतीश कौशिक

बागपत।डीआईओएस धर्मेंद्र सक्सेना ने आदेश जारी कर शिक्षकों व कर्मचारियों को हिदायत दी है कि, प्रधानाचार्य की अनुमति के बिना विद्यालय न छोडें तथा कार्यालय में आने के लिए प्रधानाचार्य की लिखित अनुमति आवश्यक है, अन्यथा की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेता वीरेंद्र सिंह ने उक्त आदेश का व्यंग्यात्मक लहजे में जोरदार ढंग से स्वागत किया है, क्योंकि उन्हें घर बैठे विरोध का मुद्दा मिल गया है। 

शिक्षक नेता ने बताया कि ,जिला विद्यालय निरीक्षक ने अपनी कार्यशैली को छुपा कर ,उक्त आदेश से शिक्षकों को जो अपमानित करने का प्रयास किया है, उसका माध्यमिक शिक्षक संघ की जिला कार्यकारिणी 7 फरवरी को जिला विद्यालय निरीक्षक से मिलकर करारा जवाब देगी। कहा कि, शिक्षकों के वेतन भुगतान, सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षकों की प्रकरण तथा अन्य ढेरों प्रकरण उनके कार्यालय ने रोक रखे हैं तथा तानाशाही का परिचय दे रहे हैं। 

कहा कि,शिक्षक संघ सदैव शिक्षकों के हितों के लिए तत्पर रहा है और ऐसे आदेशों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा व इसका जोरदार ढंग से विरोध जाएगा। सूत्र बताते हैं कि, शिक्षकों को आदेश को नजरअंदाज कर न केवल कार्यालय में आने के लिए कहा जा रहा है, बल्कि डीआईओएस के सम्मुख भी अपने लम्बित प्रकरणों पर बात की जाएगी।