पितरों के लिए दीपदान और श्रद्धा भक्ति में अभिवृद्धि के लिए यमुना स्नान संपन्न

पितरों के लिए दीपदान और श्रद्धा भक्ति में अभिवृद्धि के लिए यमुना स्नान संपन्न

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बडौत। जागोस कोताना खेड़ी प्रधान आदि गांवों में कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी पर देव दीपावली की धूम रही तथा पूर्णिमा स्नान पर्व पर बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने लगाई यमुना नदी में डुबकी तथा पूजा अर्चना करते हुए श्रद्धालुओ ने राष्ट्र में सुख, समृद्धि और भक्तिभाव में अभिवृद्धि की कामना के साथ ही प्रसाद वितरण किया । 

कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालु यमुना मैया में स्नान करके दीपदान करते हैं । पंचांग के अनुसार सोमवार को 2.45 पर्व स्नान बताया गया, जिसके अनुसार रात्रि से ही श्रद्धालुओं ने स्नान, ध्यान व पूजन वंदन और प्रार्थना की।इस मौके पर आ संजय कौशिक जागोस ने श्रद्धालुओं को यमुना नदी के घाट पर पूजा अर्चना संपन्न कराते हुए कहा कि ,आज के इस परम पवित्र दिवस वैकुंठ चतुर्दशी को देव दीपावली भी कहा जाता है । आज अपने पूर्वजों के लिए गंगा जी यमुना जी या किसी भी सरोवर पर व अपने घर के द्वार पर तुलसी जी के पास भगवान विष्णु के मंदिर में या शिव मंदिर में दीपदान किए जाते हैं । क्योंकि दीपदान का विशेष महत्व है, जो हम अपने पितरों की प्रसन्नता के लिए प्रकाश करते हैं और उस परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करते हैं ,तभी जाकर यह प्रकाश हमारे पूर्वजों को प्राप्त होता है और पूर्वजों का आशीर्वाद सदा हमारे ऊपर बना रहता है । इस दिन सब लोगों को भगवान विष्णु का स्मरण करना चाहिए ।