छात्रोंओ को दी साइबर अपराध एवं अपराधियों से निपटने की जानकारी

महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में पहुंचे थे थाना प्रभारी एवं टीम

छात्रोंओ को दी साइबर अपराध एवं अपराधियों से निपटने की जानकारी

छात्रोंओ को दी साइबर अपराध एवं अपराधियों से निपटने की जानकारी

महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में पहुंचे थे थाना प्रभारी एवं टीम

थानाभवन- विश्वकर्मा इंटर कॉलेज में थानाभवन थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ छात्राओं को बढ़ते साइबर अपराध एवं महिलाओं की सुरक्षा हेतु चलाएं जा रहे महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत जागरूक करने पहुंचे थे। उन्होंने साइबर अपराध एवं महिला सुरक्षा को लेकर छात्राओं को जागरूक किया।

योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के फेज 5 में थानाभवन थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना महिला आरक्षी रविता चौधरी एवं विनीता क्षेत्र के गांव हसनपुर लुहारी में स्थित विश्वकर्मा इंटर कॉलेज में पहुंचे। जहां उन्होंने प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह के सहयोग से कॉलेज में छात्राओं को जागरुक करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अत्यंत गंभीर हैं। जिसको लेकर सरकार ने कई हेल्पलाइन सेवाएं चला रखी हैं। जिन पर महिलाओं बच्चों एवं लड़कियों की सुरक्षा और अपराध को लेकर हर संभव मध्य की जाती है। किसी भी प्रकार की परेशानी एवं अपराध से संबंधित शिकायत करने के लिए 1076, 112, 181, 1090 आदि नंबरों पर शिकायत कर मदद मांगी जा सकती है। उन्होंने छात्राओं को बताया कि साइबर अपराध भी आज के समय में तेजी से बढ़ता हुआ अपराध है। जिसमें डिजिटल अरेस्ट एवं विभिन्न माध्यमों से बैंक खातों से फ्रॉड व सोशल मीडिया इस्तेमाल करने वाले लोगों को डीपफेक या अन्य तरकीब से बनाए गए फोटो वीडियो के द्वारा ब्लैकमेल किया जाता है। इससे बचने के लिए हमेशा जागरूक रहे। सोशल मीडिया का कम इस्तेमाल करें एवं अजनबी आदि से फोन पर बात न करें। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑफर के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक न करें। इस तरह की कई जानकारियां छात्रों को दी गई। वही कार्यक्रम में पहुंची महिला आरक्षी रविता चौधरी व विनीता ने छात्राओं को बताया कि महिलाओं और लड़कियों में बच्चों को हर समय जागरूक रहने की आवश्यकता है। क्योंकि यौन अपराध छेड़छाड़ व घरेलू हिंसा कई तरह के अपराध समाज में फैले हैं। जिनसे बचने का तरीका समय रहते जागरूकता है। किसी भी परिस्थिति में पुलिस को शिकायत की जा सकती है और छोटे बच्चों को भी यौन अपराध जैसी बढ़ती घटनाओं से बचने के लिए गुड टच और बेड टच के बारे में जानकारी दी जाए। जिससे समय रहते बचा जा सकता है।