सौभाग्यशाली हैं श्रोता, देवताओं को भी दुर्लभ है भागवत श्रवण : आ योगेश कौशिक

सौभाग्यशाली हैं श्रोता, देवताओं को भी दुर्लभ है भागवत श्रवण : आ योगेश कौशिक

संवाददाता शशि धामा

खेकड़ा।कस्बे में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा व्यास आचार्य योगेश कौशिक ने कहा कि  श्रीमद्भागवत की कथा देवताओं को भी दुर्लभ है। यह भागवत की कथा भगवान् की कृपा से ही प्राप्त हो पाती है।

कस्बे के प्राचीन शिव मंदिर अहिरान के प्रवचन हाल में महिला कीर्तन मंडली भूमिया के तत्वाधान में श्रीमद्भागवत का आयोजन हो रहा है। गुरुवार को कथा के चौथे दिन कथाव्यास आ योगेश कौशिक ने कहा कि श्रीमद्भागवत का श्रवण भगवान की प्राप्ति कराने वाला है। यह कथा मृत्यु के भय को दूर करके भगवान की ओर बढ़ाती है और भक्ति के साथ-साथ ज्ञान वैराग्य को भी बल देती है।

आचार्य ने कहा कि,श्रीमद्भागवत की कथा में सात दिन के सात सौपान हैं, जिनके माध्यम से एक.एक कर हम प्रत्येक सोपान पर बढ़ते जाते हैं। अंत में अपने जीवन का लक्ष्य जान जाते हैं। बताया कि श्रीमद्भागवत में भक्तों की ऐसी दिव्य कथाएं हैं ,जिनको सुनकर हृदय में भक्ति का उदय होता है और साथ ही साथ मनुष्य के जीवन में सुधार होता है। कथा में बडी संख्या में महिलाओं समेत सैकड़ों भक्त शामिल रहे