जैन संत आचार्य सुनील सागर महाराज के आगमन की स्वीकृति से बागपत और खेकड़ा में हर्ष की लहर
ब्यूरो डा योगेश कौशिक
बागपत। विश्व के प्रसिद्ध जैन संतो में शुमार तपस्वी सम्राट् आचार्य श्री 108 सन्मति सागर जी महाराज के शिष्य वर्तमान पट्टाचार्य, प्रकृताचार्य आचार्य भगवंत श्री 108 सुनील सागर जी महाराज द्वारा भरत स्थली दिल्ली विहार की स्वीकृति मिलने से जैन समाज बागपत व खेकड़ा के लोगों में हर्ष की लहर है।
प्रसिद्ध जैन संत व तपस्वी सम्राट् आचार्य श्री 108 सन्मतिसागर की शिष्या व श्री 1008 पार्श्वनाथ धरणेन्द्र पदमावती धाम खेकड़ा की संचालिका गणिनी आर्यिका श्री 105 सरस्वती माता ने महाराजश्री के दिल्ली आगमन की स्वीकृति पर प्रसन्नता व्यक्त की।
भरत स्थली कनॉट प्लेस दिल्ली के अध्यक्ष अतुल जैन ने बताया कि, महाराज श्री ससंघ 57 पिच्छी जयपुर में विराजमान हैं। भरत स्थली कनॉट प्लेस दिल्ली, तिजारा , श्री 1008 पार्श्वनाथ धरणेन्द्र पदमावती धाम खेकड़ा जनपद बागपत व शिकोहपुर के जैन समाज के लोगों ने मिलकर उनके चरणों में श्रीफल भेंट कर महाराजश्री से ससंघ दिल्ली एनसीआर में विहार के लिए निवेदन किया था। महाराजश्री ने दिल्ली विहार की प्रार्थना को स्वीकार कर लिये जाने पर श्रद्धालुओं में हर्ष की लहर है |और
श्री 1008 पार्श्वनाथ धरणेन्द्र पदमावती धाम खेकड़ा के अध्यक्ष शिखरचन्द रिच्छाराम जैन ने बताया कि ,धाम समिति के सदस्यों ने महाराज श्री को श्रीफल भेंट किया और धाम में पंचकल्याणक की तैयारियों के बारे में महाराजश्री को अवगत कराया तथा पंचकल्याणक की स्वीकृति के लिए ससंघ खेकड़ा आने का निवेदन किया।
इस अवसर पर भरत स्थली कनॉट प्लेस दिल्ली के अध्यक्ष अतुल जैन, उपाध्यक्ष राजकुमार जैन, महामंत्री राकेश जैन, अंकुर जैन, अंकित जैन, मयंक जैन, राहुल जैन, श्री 1008 पार्श्वनाथ धरणेन्द्र पदमावती धाम खेकड़ा के अध्यक्ष शिखरचन्द रिच्छाराम जैन, उपाध्यक्ष जिनेश्वर दयाल जैन, संघपति प्रवीण जैन दिल्ली, मुख्य संयोजक सुनील जैन बिहारीपुर दिल्ली, संयोजक लाजपतराय जैन कैलाशनगर, महामंत्री अंकुश जैन, राहुल जैन खेकड़ा सहित काफी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।