रास्ता अवरुद्ध करने पर ग्राम प्रधान ने जिला आधिकारी से की शिकायत*

अवैध निर्माणधारी बने विकास कार्यो में बाधा

रास्ता अवरुद्ध करने पर ग्राम प्रधान ने जिला आधिकारी से की शिकायत*

*रास्ता अवरुद्ध करने पर ग्राम प्रधान ने जिला आधिकारी से की शिकायत*

अवैध निर्माणधारी बने विकास कार्यो में बाधा

थानाभवन क्षेत्र के गाँव भैंसानी ग्राम प्रधान आदिल पुत्र कामिल ने जिला अधिकारी शामली कों एक शिकायती पत्र भेजकर बताया की ग्राम सभा की भूमि जिसका खसरा न०- 416 में छः खाद के गढ्ढे थे। सैकड़ों सालों से उसके पास से गन्दे पानी की निकासी का नाला बहता आ रहा था। उसके पास से ग्राम हरनाकी जिला मुनगर की और जाने वाले रास्ते से प्रतिदिन हजारों लोग गुजरते है। इस रास्ते पर गाँव के दबंग लोगों आबिद पुत्र अजीज, शहीद पुत्र इदरीश, जाहिद पुत्र शौकत अली, महबूब पुत्र शफी, सलीम पुत्र अययाब, वाकत पुत्र जीजू, शराफत पुत्र माशूक, बाबू पुत्र मुन्तयाज, असलम पुत्र मुस्तफा, इसरार पुत्र मुन्तयाज, मूसा पुत्र अफसर द्वारा कब्जा करते हुए रास्ता अवरूद्व कर दिया है। इन लोगों ने रास्ते की जमीन पर दीवार बना दी है। जिससे गाँव का रास्ता व गन्दे पानी की निकासी बाधित हो रही है। प्रार्थी द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करायी गई परन्तु करीब दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही की गयी है। ग्रामीण नरकीय जीवन जीने कों मजबूर है ग्रामीणों का ने बताया कि यहाँ ग्राम प्रधान सड़क निमार्ण करा रहे थे लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें रोक दिया और सड़क पर से अवैध निर्माण हटवाने ओर सड़क का चौड़ीकरण करने के लिए बोला ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कई बार सभी अधिकारियों को दी लेकिन उनकी समस्या का समाधान आज तक कोई नही कर पाया बताया जाता है कि यह रास्ता 4 से 5 गट्ठे चोडा है लेकिन अवैध निर्माण की वजह से यह रास्ता केवल 2 गट्ठे ही रह गया है ग्रामीणों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के बुलडोजर का बेसब्री से इंतजार है ग्रामीण नाले के निमार्ण न होने की वजह से डर की जिंदगी जीने को मजबूर है उनका कहना है कि यहाँ बच्चे कभी भी किसी बड़े हादसे का शिकार हो सकते है बरसात के कारण पानी तालाब से उल्टा गाँव की तरफ आ जाता हैं और गन्दगी इतनी बढ़ जाती हैं कि कई तरह की बीमारियां ओर बच्चों के डूबने का खतरा लगातार बना रहता है अवैध कब्जाधारि लोगो के साथ प्रतिदिन झगड़ा करने को उतावले रहते है शिकायतकर्ता ईशा,सहजाद,वसीम,आमिर,रिज़वान,तालिब,आकिल,सलीम,फय्याज,इशुफ,सदाकत,जमील, ग्रामीणवासी आदि।