हाईवे की जद में आए मंदिर को गिराकर दूसरे स्थान पर भव्य मंदिर निर्माण कराया गया था,बाउंड्री वॉल न होने पर सेवादार ने वाद दायर कराने के लिए न्यायालय का सहारा लिया है
कैराना। हाईवे की जद में आए मंदिर को गिराकर हाईवे अथॉरिटीज़ द्वारा दूसरे स्थान पर भव्य मंदिर निर्माण कराने के बाद भी सेवादार ने कम्पनी के प्रोजेक्ट प्रबन्धक के खिलाफ वाद दायर कराने के न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया है।
हरियाणा -यूपी सीमा पर स्थित यमुना ब्रिज के बराबर में चिंता हरण महादेव मंदिर बना हुआ था,जिसे हाईवे की जद में आने के कारण हाईवे अथॉरिटीज़ द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था और दूसरे स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण करा दिया गया था। मंदिर के सेवादार के रूप में कार्यरत सुभाष गिरी महाराज द्वारा हाईवे अथॉरिटीज़ को मंदिर के चारों ओर बाउंड्री वॉल बनवाने के लिए कहा गया था,लेकिन 709 एडी का निर्माण करने वाली कम्पनी ने बजट के अभाव में बाउंड्री वॉल नहीं कराई,जिससे क्षुब्ध सेवादार सुभाष गिरी ने कम्पनी के प्रोजेक्ट प्रबन्धक जीतुराज के खिलाफ न्यायालय में वाद दायर कराने के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर दिया है। उधर नेशनल हाईवे 709 एडी का निर्माण करने वाली कम्पनी के प्रोजेक्ट प्रबन्धक जितुराज का कहना है कि हाईवे की जद में आने के बाद मंदिर के ध्वस्तीकरण के उपरांत दूसरे स्थान पर द भव्य मंदिर निर्माण कराकर दिया गया है। सेवादार बाउंड्री वॉल व परिसर में भराव का कार्य कराने के लिए दबाव डाल रहा है। हमरे द्वारा जितना संभव हो सकता है करा दिया गया है।