चित्रकूट-पत्रकारिता का चोला ओढ़कर पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलर पत्रकारों की आईं बाढ़।

चित्रकूट-पत्रकारिता का चोला ओढ़कर पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलर पत्रकारों की आईं बाढ़।

चित्रकूट। ब्लैकमेलर पत्रकारों की वजहों से निष्पक्ष पारदर्शिता पत्रकारिता में दिन ब दिन उठ रहें सवाल।

जिले सहित पहाड़ी कस्बे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कुकुरमुत्ते की तरह दिन ब दिन उपजते पत्रकार ईमानदार पत्रकारों के लिए बन रहें मुसीबतें एक जमाना था जब पत्रकारों को देखकर अधिकारी, कर्मचारी सहित जिले के जनप्रतिनिधि खड़े होकर अभिवादन किया करते थे और पत्रकारिता जैसे पाक पेशे की आमजनमानस निष्पक्ष पारदर्शिता पत्रकारिता की कसमें खाया करते थें आज कुछ चंद निजी स्वार्थों के चलते इस पेशे में घुसकर अपना उल्लू सीधा करने के साथ ही साथ रौब दिखाकर अवैध कार्यों को अंजाम देने के साथ ही साथ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ब्लैकमेल करने की वजहों से हर जगह से तिरस्कार होता है दिख रहा है ।

कुछ लोग पत्रकारिता के आड़ में अवैध शराब बेच रहे हैं कुछ लोग जनसूचना अधिकार के तहत् अधिकारियों एवं कर्मचारियों का शोषण करते नज़र आ रहें ऐसे कुछ चंद निजी स्वार्थी लोगों की वजह से पत्रकारिता का स्तर दिन ब दिन गिर रहा है सरकार को ऐसे पत्रकारिता कर रहे लोगों के लिए एक मानक तैयार करना चाहिए ताकि पढ़ें लिखे लोग ही ऐसे मिशनों में रहकर पाक पेशे की गरिमा को बरकार रख सकें।

ब्यूरो रिपोर्ट - रामेंद्र सिंह