ग्रामोदय विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे मुख्यमंत्री- डॉ मोहन यादव।

ग्रामोदय विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे मुख्यमंत्री- डॉ मोहन यादव।

- ग्रामोदय परिवार ने जलाए अभिलाषाओ के दीप

- मनोहारी लोकनृत्य से हुआ आत्मीय स्वागत’

चित्रकूट ब्यूरो: आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में पहुंचे अभिलाषाओं के दीप उस समय जगमगा उठे जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का ग्रामोदय परिवार ने अपने बीच पाया। मुख्यमंत्री ने भी ग्रामोदय परिवार को निराश नहीं किया और कहा कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय नाना जी देशमुख के संकल्प पथ पर आगे बढ़े, प्रदेश सरकार हर संभव सहयोग के लिए विश्वविद्यालय प्रयासों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा ग्रामोदय विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा के सभी आयामों पर अच्छा काम किया है। मुझे विश्वास है कि युगानुकुल आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रमो के गुणवत्ता पूर्ण संचालन से विश्वविद्यालय अपने संसाधनों को बढ़ाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव वाल्मीकि सभागार में आयोजित भारतीय ज्ञान परंपरा विषयक व्याख्यान माला के मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामोदय विश्वविद्यालय पधारे थे। इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्रीगण पशु पालन एवम डेयरी विभाग के राज्य मंत्री लखन पटेल, संस्कृति विभाग के राज्य मंत्री धर्मेंद्र लोधी, नगरीय विकास एवम आवास राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी, सतना के सांसद गणेश सिंह और दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन मौजूद थे। व्याख्यान माला के मुख्य अतिथि और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि भारत रत्न नाना जी देशमुख द्वारा स्थापित ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आने से मुझे प्रेम और आनंद का अनुभव हो रहा है। नाना जी के नाम से जुड़े इस ग्रामोदय विश्वविद्यालय के विकास के लिए प्रदेश सरकार हर संभव सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमने विश्वविद्यालयो की दो श्रेणी बना रखी है। एक शासकीय और दूसरी अशासकीय।सरकार का दायित्व होता है कि वे शासकीय विश्वविद्यालयो को आवश्यक संसाधन और सुविधाएं बढ़ाने में सहायक बन सकें। इस दिशा में मध्य प्रदेश सरकार पूरा प्रयास कर रही है। सभी शासकीय विश्वविद्यालयो को सातवें वेतनमान का लाभ दिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि विश्वविद्यालयो को उनके खुद के पैरों में खड़ा करने और चलकर दिखाने के दिशा के प्रयासों पर राज्यपाल महोदय से उनकी चर्चा हुई है। दिसंबर के प्रथम सप्ताह में प्रदेश के कुलगुरुओ की बैठक संभव है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि चित्रकूट एक सामान्य स्थान नहीं है। देश के विकास में इसकी बड़ी भूमिका है। नाना जी देशमुख द्वारा स्थापित इस विश्वविद्यालय के विकास के सरकार हर संभव सहयोग करेगी। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि यह विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार से जुड़ी गतिविधियों को संचालित करता है। उन्होंने ग्रामोदय विश्वविद्यालय के अकादमिक, प्रशासनिक, आर्थिक स्थिति की जानकारी देते हुए आश्वस्त किया कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय नाना जी की संकल्पना एवं कार्यशैली पर पूरी ईमानदारी के साथ ग्रामोदय के लिए कृत संकल्पित है।

देर शाम मुख्यमंत्री के ग्रामोदय परिसर आगमन पर ग्रामोदय परिवार द्वारा उनका स्वागत और अभिनंदन किया गया। कुलगुरु, कुलसचिव, अधिष्ठाताओ सहित शिक्षको, अधिकारियों, कर्मचारियों और छात्र छात्राओं ने मुख्यमंत्री डॉ यादव को पुष्प गुच्छ और मालाए भेंट की। विश्वविद्यालय परिसर को मिट्टी के दीपकों और बिजली की झालरो से सजाया गया था। विशेष स्वागत में प्रस्तुत लोक नृत्य की मुख्यमंत्री ने सराहना किया। ग्रामोदय परिसर में दीपावली जैसा प्रसन्नता से युक्त वातावरण था।

व्याख्यान माला कार्यक्रम मंच का संचालन कर रहे डॉ ललित कुमार सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा और कुलसचिव नीरजा नामदेव ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सहित सभी मंचासीन अतिथियों का शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, छात्र छात्राओं ने सहभागिता की।