खेत तालाब योजना में पारदर्षिता के साथ करें लाभार्थियों का चयन - डीएम

चित्रकूट: जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में जिला भूमि एवं जल संरक्षण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में भूमि संरक्षण अधिकारी कर्वी प्रथम सचिव जिला भूमि एवं जल संरक्षण समिति हरिराज सिंह ने बताया कि वर्ष 2021-22 में चित्रकूट जनपद के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत कुल 1118 खेत तालाब का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। जिसके सापेक्ष 1004 कृषकों द्वारा टोकन मनी जमा की गई थी तथा कुल 945 कृषकों द्वारा अपने प्रपत्र अपलोड किए गए। जिसके सापेक्ष निष्पादित 617 के तालाबों में क्रमशः 617 तालाबों में प्रथम किस्त 259 में द्वितीय किस्त एवं 108 तालाबों में तृतीय किस्त डीबीटी के माध्यम से प्रेषित की जा चुकी है। इसकेे सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल वित्तीय लक्ष्य 1005280 लाख के सापेक्ष 31 मार्च 2022 तक 431.015 लाखों रुपए की धनराशि का आवंटन प्राप्त हुआ था। जिसका पूर्ण ब्यय कर लिया गया था। 670 खोदे गए खेत तालाबों की अवशेष द्वितीय एवं तृतीय किस्तों का भुगतान करने के लिए 186.153 लाख रुपए और धनराशि की आवश्यकता थी। जिसे निदेशालय स्तर से मांग किया गया था। अवशेष धनराशि इकाईयों को प्राप्त हो चुकी हैं। जिसकी भुगतान की कार्यवाही कृषक द्वारा कार्य पूर्ण कराए जाने एवं सत्यापन के बाद डीबीटी के माध्यम से प्रेषित की जा रही। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत वर्षा जल संचयन के लिए खेत तालाब योजना का मुख्य उद्देश्य बुंदेलखंड क्षेत्र में वर्षा जल का अधिक से अधिक मात्रा में खेत तालाब के माध्यम से संचयन करके संचित जल से अधिक से अधिक क्षेत्र की सिंचाई करते हुए सकल फसल उत्पादन बढ़ाकर तालाबों में मत्स्य पालन जैविक खेती द्वारा कृषकों की आय बढ़ाना एवं उनको आत्मनिर्भर बनाना है। साथ ही मनुष्यों तथा जानवरों के लिए पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराना है। उन्होंने भूमि संरक्षण अधिकारियों को निर्देश दिए कि सहायक निदेशक मत्स्य संपर्क स्थापित करें। खेत तालाब योजना के लाभार्थियों को मत्स्य पालन के संबंध में प्रशिक्षण दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि जिन कृषकों ने खेत तालाब योजना के अंतर्गत प्रथम व द्वितीय किस्त प्राप्त किया है और कार्य शेष है उसे तत्काल पूर्ण करें अगर संबंधित लाभार्थी कार्य नहीं करा रहा है तो उससे वसूली की कार्यवाही सुनिश्चित कराएं। मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि जो भूमि एवं जल संरक्षण के कार्य के लिए अटल भूजल योजना के अंतर्गत गांव चयनित किए गए, उनमें जिला स्तरीय अधिकारियों की समिति बनाकर सत्यापन कराएं तथा भूमि संरक्षण विभाग के कार्यो का स्थलीय सत्यापन भी कराया जाए। जिलाधिकारी ने अग्रणी जिला प्रबंधक इंडियन बैंक से कहा कि बैंकों को निर्देश जारी करें कि जिन किसानों के खाते में खेत तालाब योजना की धनराशि सब्सिडी की भेजी जाती है तो बैंक उसे किसान क्रेडिट कार्ड में न काटे, इसके लिए मेरी तरफ से पत्र भी भेजा जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, उपनिदेशक भूमि सुधार बांदा नरेंद्र कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ सुभाष चंद्र, जिला कृषि अधिकारी आरपी शुक्ला, अग्रणी जिला प्रबंधक इंडियन बैंक दीपक कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक बलिराज राम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लव प्रकाश यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी द्वितीय विमलेश कुमार, चित्रकूट तुलसी राम सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।