37 वर्षों में 51 हजार लोगों को नेत्र ज्योति के लिए आप्रेशन व 62 जोड़ी नेत्रदान कराने में सूत्रधार की भूमिका में हैं दृष्टिदूत अभिमन्यु गुप्ता

••100 कैंप आयोजित कर 54 बार रक्तदान करने का रिकॉर्ड कायम •• बेटे भी पिता के नक्शे कदम पर कर रहे हैं रक्तदान ••सेवानिवृत्ति के बाद उनकी भी सेवा कार्यों में रहेगी अभिरुचि

37 वर्षों में 51 हजार लोगों को नेत्र ज्योति के लिए आप्रेशन व 62 जोड़ी नेत्रदान कराने में सूत्रधार की भूमिका में हैं दृष्टिदूत अभिमन्यु गुप्ता

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत | समाजसेवी, देशभक्त व दृढप्रतिज्ञ स्वतंत्रता सेनानी लाला अर्जुन सिंह से विनम्रता, लगन और सेवा के संस्कार लिए अभिमन्यु गुप्ता, जनपद ही नहींं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दृष्टिदूत के नाम से जाने जाते हैं | शारीरिक बीमारियों के उपचार से लेकर नेत्र रोगियों के लिए निशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित कराने में मेरठ जोन में यदि कोई इनकी बराबरी कर रहा हो तो अच्छी बात है, किंतु रक्तदान शिविर लगवाकर तथा स्वयं से शुरूआत कराते हुए दूसरों को प्रेरित करने की कला में तो अभिमन्यु गुप्ता निश्चित रूप से बहुतों से आगे हैं |

अभिमन्यु गुप्ता बताते हैं कि,14 फरवरी 1986 को 37 वर्ष पूर्व अपने पूज्य पिता स्वतंत्रता सेनानी स्व लाला अर्जुन सिंह की प्रेरणा से अपने मित्र स्व वीरेंद्र बंसल एवं चौ अमर सिंह के साथ आर्य समाज अग्रवाल मंडी टटीरी के तत्वाधान में एमडीएच मसालों के शहंशाह स्व महाशय धर्मपाल के माता चंनन देवी नेत्र चिकित्सालय जनकपुरी सी 1 के सहयोग से 10 दिवसीय नेत्र जांच एवं ऑपरेशन शिविर का आयोजन डीएवी इंटर कॉलेज अग्रवाल मंडी टटीरी में प्रधानाचार्य स्व बाबूलाल शर्मा एवं स्काउट प्रभारी वेद प्रकाश के सहयोग से 148 नेत्र रोगियों के मोतियाबिंद ऑपरेशन से प्रारंभ किया सफर 1997 लायंस क्लब अग्रवाल मंडी के द्वारा 1000 से ज्यादा नेत्र जांच एवं ऑपरेशन शिविरों के माध्यम से ढाई लाख नेत्र रोगियों की जांच एवं 51000 मोतियाबिंद के ऑपरेशनों के द्वारा नेत्र ज्योति प्रदान करने का अनुपम कार्य निरंतर जारी है | 

बता दें कि,अभिमन्यु गुप्ता द्वारा स्थापित लायंस नेत्र चिकित्सा केंद्र अग्रवाल मंडी के माध्यम से प्रतिदिन रोगियों की जांच एवं मोतियाबिंद के ऑपरेशन का कार्य निरंतर चल रहा है | अभिमन्यु गुप्ता बताते हैं कि,जीवन में सेवा कार्य करते हुए उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाओं का लाभ आम नागरिकों को दिलवाया गया तथा सेवा के इस सफर में माता चंदन देवी जनकपुरी दिल्ली ,सेंट स्टीफन हॉस्पिटल दिल्ली ,संत परमानंद हॉस्पिटल दिल्ली ,वेणु आई रिसर्च सेंटर नई दिल्ली ,लायंस आई हॉस्पिटल फ्रेंड्स कॉलोनी दिल्ली ,तारा नेत्रालय उत्तम नगर दिल्ली ,मोदी आई हॉस्पिटल मोदीनगर ,लायंस आई हॉस्पिटल कवि नगर गाजियाबाद, इंदिरा गांधी हॉस्पिटल सेक्टर 62 गुरुग्राम एवं दयाल हॉस्पिटल गुरुग्राम की उच्च स्तर की सेवाओं से जन-जन को लाभान्वित कराया जाता रहा है | उनके इस शानदार सफर में धर्मपत्नी श्रीमती संतोष गुप्ता ने कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया | पूज्या माता श्रीमती रुकमणी देवी के आशीर्वाद के साथ भाई संजय जिंदल एवं पुत्र अश्वनी जिंदल अनुराग जिंदल एवं पुत्रवधू सोनल जिंदल रचना जिंदल के साथ समाज से स्व किशन चंद गुप्ता किर्लोस्कर वाले लाला देवकरण दास लाला ओम प्रकाश गुप्ता सेठ रवि प्रकाश गोयल भट्टे वाले प्रमोद गुप्ता पूर्व चेयरमैन एवं डॉ कमला अग्रवाल स्व श्याम सुंदर अग्रवाल एवं स्व नरेश गुप्ता मेरठ एवं विनीत बंसल राकेश गुप्ता लॉ पंकज गुप्ता लॉ दीपक गोयल लॉ अलका गुप्ता लॉ राजीव गर्ग लॉ ईश्वर अग्रवाल पंडित धनराज जैन लॉ राकेश बंसल अमीनगर सराय दोघट में राकेश जैन विनोद गुप्ता सचिन गुप्ता एवं छपरोली में नरेश गुप्ता प्रधान जी प्रमोद जैन अध्यक्ष व्यापार संघ बड़ौत से हंसराज गुप्ता प्रवीण गुप्ता जितेंद्र जैन गुनेंद्र गुप्ता बागपत से राजपाल शर्मा डॉ विद्याभूषण गेरा मनोज गोयल अध्यक्ष देवेंद्र आर्य एड राकेश जैन खट्टा मा सत्तार अहमद बसोद एवं सुदर्शन जैन प्रीतमपुरा मनीष जैन अशोक गुप्ता सूरजमल विहार चौधरी सुभाष चंद्र शाहदरा चांद राम गोयल सरूरपुर का विशेष सहयोग एवं मार्गदर्शन मिलता रहा |

इस शानदार सेवा सफर के दौरान अभिमन्यु गुप्ता को अनेक अंतर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय प्रांतीय एवं जिला स्तरीय पुरस्कारों से नवाजा गया | सबसे उल्लेखनीय 2009 में मल्टीपल 321 से ₹51000 का नगद पुरस्कार एवं दृष्टिदूत सम्मान लायंस अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष के कर कमलों से मिलना गौरव की बात रही |