प्याज की फसल में लगी बीमारियों को किसान गम्भीरता से लें : पाहुल नैदानिक

बागपत | इन दिनों प्याज की फसल में तीन बीमारियों का प्रकोप काफी देखने को मिल रहा है जिन्हें एन्थ्रेक्नोज या ट्विस्टर ब्लाइट जिसे पत्ती मोड़क अथवा जलेबीनुमा आकार , कंद सड़न तथा सफेद लट के रूप में जाना जाता है , इनका प्रकोप जड़ो में देखा जा रहा है |
एफपीओ के सीईओ पाहुल वैदवान ने किसानों को आगाह किया है कि, इन बीमारियों को किसान हलके में न लें | बताया कि इनके लिए सस्ती एवं कारगर दवाई है कार्बेन्डाजिम 75% डब्ल्यू पी + मैनकोजेब 63% डब्ल्यू पी, इस 2 ग्राम दवा को प्रति लीटर पानी के हिसाब से मिलाकर ड्रेंचिंग करें अथवा कॉपर ऑक्सी क्लोराइड 50% डब्ल्यू पी 2 ग्राम प्रति लीटर पानी के हिसाब से ड्रेंचिंग करें |बताया कि,यदि ये दवाई ना मिलें तो एजॉक्सिस्ट्रोबिन 11% + टेबुकोनजोल 18.3% एससी को 1 मिली ग्राम प्रति लीटर पानी के हिसाब से ड्रेंचिंग करें |
प्याज की फसल में काफी जगह व्हाइट ग्रब या सफेद लटकी भी शिकायत है ,इसमे क्लोरोपॉयरीफॉस 50% ईसी + साइपरमेथ्रिन 5% ईसी को 500 ग्राम प्रति बीघा के हिसाब से रेत में मिलाकर पाउडर की तरह भुरकाव करने से काफी अच्छे परिणाम मिले हैं | इस बीमारी से बचाव के लिए मेटारेजियम एनीसीपोली जैविक फफूंद भी काफी कारगर साबित हुआ है |