दृष्टिदूत के नाम से प्रसिद्धि में अभिमन्यु गुप्ता को लगे 38 साल, कराए 52 हजार मोतियाबिंद ऑप्रेशन 62 जोड़ी नेत्रदान

दृष्टिदूत के नाम से प्रसिद्धि में अभिमन्यु गुप्ता को लगे 38 साल, कराए 52 हजार मोतियाबिंद ऑप्रेशन 62 जोड़ी नेत्रदान

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत।14 फरवरी 1986 से समाजसेवा, रोगियों के लिए निशुल्क कैंप, रक्तदान शिविर, और आंखों के इलाज व मोतियाबिंद आपरेशन से लेकर नेत्रदान कराने में जिले में अग्रणी भूमिका निभाने वाले अभिमन्यु गुप्ता को दृष्टादूत के रूप में प्रसिद्धि यूं ही नहीं मिली , इस दौरान पिछले 38 वर्षों से अपने व्यवसाय की परवाह किये बगैर 60 से अधिक नेत्रदान व 3 लाख 84 हजार लोगों के इलाज व पचास हजार से अधिक के लिए मोतियाबिंद आपरेशन कराने की कड़ी मेहनत व लगन शामिल है।इस दौरान घर परिवार की देखभाल व कुशल दिशा निर्देशन धर्मपत्नी का भी उल्लेखनीय व सराहनीय रहा तथा वे भी समाजसेवा में सहयोगी बन गयी। 

शुरुआत में नगर अग्रवाल मंडी के डीएवी इंटर कॉलेज में आर्य समाज की ओर से अपने पिता स्वतंत्रता सेनानी लाला अर्जुन सिंह की प्रेरणा से अपने मित्र स्व वीरेंद्र बंसल एवं स्व चौधरी अमर सिंह के सहयोग से मसालो के शहंशाह एमडीएच के स्वामी महाशय धर्मपाल जी की माता चंदन देवी नेत्र चिकित्सालय दिल्ली के डॉक्टरों के सहयोग से 10 दिवसीय नेत्र जांच एवं ऑपरेशन शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रिंसिपल बाबूलाल शर्मा एवं स्काउट के प्रभारी वेद प्रकाश के सहयोग से 148 नेत्र रोगियों के सफल मोतियाबिंद ऑपरेशन किए गए। इस शिविर में सबसे पहले अभिमन्यु गुप्ता के पिताजी लाला अर्जुन सिंह ने कैम्प में ऑपरेशन करा कर अनुकरणीय संदेश दिया था।कैम्प में बागपत के तत्कालीन सांसद रामचंद्र विकल, सार्वदेशिकआर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान लाला रामगोपाल शालवाले एवं महाशय धर्मपाल जी ने उपस्थित होकर आशीर्वाद प्रदान किया था। तब से प्रत्येक वर्ष दशहरे के अवसर पर नेत्र शिविरों का सफल आयोजन होता रहा , फिर 1994 से वर्ष में दो बार नेत्र आपरेशन शिविर का आयोजन होने लगा ।1997 में लायंस क्लब अग्रवाल मंडी की स्थापना होने के बाद ला अभिमन्यु गुप्ता ने क्लब के बेनर से नेत्र ऑपरेशन शिविरो की श्रृंखला प्रारंभ की ।

अब तक 1100 से ज्यादा नेत्रों का इलाज व ऑपरेशन शिविरो का आयोजन अग्रवाल मंडी टटीरी, अमीनगर सराय, सरूरपुर, बागपत, छपरौली, दोृघट, बड़ौत, मेरठ, हापुड, दौराला, डोला, बसोद, खट्टा प्रह्लादपुर, पलडी, नगला मोजिजाब्बाद,पुरा महादेव, धोलडी, खतौली , बालेनी, गजरौला, सुजरा, धनोरा मीतली, महनवा,मेवला,काठा, पाबला, ढिकोली,बागपत चांदीनगर, रटोल, फिरोजपुर,फैजपुर निनाना,बसी मुकारी, बरनावा,नरेला दिल्ली, मोदीनगर,बामनोली,,बावली,धनौरा ,जानी सहितअनेक कस्बो गांव में किया गया जिनमें  3,84,000 से अधिक स्त्री पुरुषों की आंखों की जांच, एक लाख से अधिक को चश्मे प्रदान करते हुए, 52,500 से अधिक स्त्री पुरुषों के मोतियाबिंद के सफल ऑपरेशनों भी कराए गए।

वर्तमान में भी अभिमन्यु गुप्ता द्वारा स्थापित रिलायंस नेत्र चिकित्सा केंद्र अग्रवाल मंडी टटीरी के माध्यम से प्रतिदिन रोगियों की जांच एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन का कार्य निरंतर चल रहा है । उनके इस सफर में माता चंन्नन देवी जनकपुरी, दिल्ली सेंट स्टीफन हॉस्पिटल दिल्ली, संत परमानंद हॉस्पिटल दिल्ली लायंस नेत्र चिकित्सा केंद्र दिल्ली फ्रेंड्स कॉलोनी दिल्ली, वेणु आई रिसर्च सेंटर नई दिल्ली, तारा नेत्रालय उत्तम नगर दिल्ली, मोदी आई हॉस्पिटल मोदीनगर ,लायंस आई हॉस्पिटल कवि नगर गाजियाबाद इंदिरा गांधी आई हॉस्पिटल सेक्टर 62 गुरुग्राम एवं दयाल हॉस्पिटल गुरुग्राम की उच्च स्तरीय सेवाओं से जन-जन को लाभान्वित कराया जा रहा है। 

अभिमन्यु गुप्ता के इस सफर में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती संतोष गुप्ता ने कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया है तथा माता श्रीमती रुक्मिणी देवी के आशीर्वाद के साथ भाई संजय जिंदल श्रीमती सुदेश जिंदल एवं पुत्र अश्वनी अनुराग एवं पुत्रवधू सोनम व रचना जिंदल ने भी हमेशा साथ दिया है। इतना ही नहींं निस्वार्थ भाव की इस लगन में समाजसेवियों व सहयोगियों की लंबी फेहरिस्त है, जो उनके आह्वान की प्रतीक्षा के साथ ही हर समय तैयार मिलते हैं।

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