बीए द्वितीय वर्ष की 56 छात्राओं को मुख्य अतिथि प्राथमिक शिक्षकों ने किए मोबाइल वितरित, प्राचार्य ने किया सम्मानित
••बालिकाओं को मोबाइल वितरण समारोह में चौ चरण सिंह महाविद्यालय ने की मिसाल कायम
संवाददाता मो जावेद
छपरौली। महाविद्यालय की छात्राओं को मोबाइल वितरण समारोह के मुख्य अतिथि का सम्मान दिया गया ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को। इस दौरान बीए द्वितीय वर्ष की 56 छात्राओं को दिए गए स्मार्ट मोबाइल।
चौ चरण सिंह राजकीय महाविद्यालय में मोबाइल वितरण समारोह में नई परंपरा की शुरुआत करते हुए प्राचार्य डॉ प्रतीत कुमार ने प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों को मुख्य अतिथि का सम्मान दिया तथा उनके हाथों छात्राओं को मोबाइल वितरण भी कराया, जिसकी क्षेत्र भर के शिक्षा जगत् में सराहना की जा रही है।
इस दौरान कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती व भारत रत्न चौ चरण सिंह के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर की गई।मुख्य अतिथि प्राथमिक विद्यालय हेवा के शिक्षक अनिल कुमार तथा प्राथमिक विद्यालय परचवा के शिक्षक पिंटू खोखर रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य और मुख्य अतिथियों ने 56 छात्राओं को मोबाइल वितरित किये।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि शिक्षकों ने कहा कि,नई तकनीक आज के जीवन की लाइफ लाइन हैं , बिना तकनीकी साक्षरता के हमारा जीवन निरक्षर व्यक्ति के समान है। आज का संसार डिजिटल संसार है तथा तमाम सूचनाएं ,नवीन ज्ञान और शोध इंटरनेट पर उपलब्ध है। कहा कि,दूर दराज के ग्रामों से आने वाली अनेक छात्राओं की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसके कारण उनके पास मोबाइल नहीं होने से वे नयी तकनीकी और प्रविधि से वंचित रह जाती हैं। राज्य सरकार की प्रशंसनीय नीति के चलते मोबाइल फोन मिलने से ऐसी छात्राएं भी लेटस्ट तकनीक से उन्नत होंगी।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो प्रतीत कुमार ने शास्त्रोक्त तीन गुरुओं का उल्लेख करते हुए चौथा डिजिटल गुरु बताया, जो हर कदम पर मार्गदर्शन करेगा। कहा कि ,सरकार द्वारा प्रदत्त इस मोबाइल फोन में सिम कार्ड डालकर महाविद्यालय में ही स्थित कम्प्यूटर लैब से सम्बद्ध होकर अपने तकनीकी ज्ञान को उन्नत करें।
उन्होंने बताया कि, महाविद्यालय में गत वर्ष से कम्प्यूटर लैब संचालित है और कम्प्यूटर शिक्षक भी , इन दोनों का लाभ मोबाइल के जरिए बेहतर तरीके से उठाया जा सकता है। कहा कि, आगामी समय चुनौतियों और अवसरों से भरा है,जो स्वयं को तकनीकी रूप से अपडेट नहीं करेंगे, उन्हें चहुंओर चुनौतियां ही दिखाई देंगी और जो लोग तकनीकी रूप से स्वयं को दक्ष कर लेंगे, उनके लिए चुनौतियां अवसरों के रूप में परिवर्तित होंगी।प्रो अनिला पंवार, प्रो चंचल गर्ग, डॉ भीष्म सिंह, श्रीमती रितु जैन और डॉ मोनू सिंह आदि भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ मोनू सिंह ने किया।