पत्रकारों पर लगाए गए सभी आरोप निकले झूठ
पत्रकारों की छवि खराब करने के लिए लगाए गए थे झूठे आरोप
पत्रकारों पर लगाए गए सभी आरोप निकले झूठ
पत्रकारों की छवि खराब करने के लिए लगाए गए थे झूठे आरोप,
बुढ़ाना। पत्रकारों की छवि धूमिल करने के लिए कस्बे के ही चर्चित युवक इकबाल द्वारा एक प्रार्थना पत्र में पत्रकारों के ऊपर झूठे आरोप लगाकर उनके खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया गया था बुढाना पुलिस द्वारा जांच के बाद पत्रकारों पर लगाए गए सभी आरोप झूठे पाए गए है।
कस्बे के मोहल्ला पश्चिमी पछाला निवासी फैसल उस्मानी पुत्र जाकिर उस्मानी जो की नेटवर्क 10 न्यूज़ चैनल बुढ़ाना से तहसील प्रभारी है। फैसल उस्मानी द्वारा सीओ बुढ़ाना को शिकायती पत्र देकर बताया कि कस्बे के ही युवक इकबाल पुत्र शमशेर निवासी मोहल्ला भटवाड़ा कस्बा बुढ़ाना द्वारा 2 सितंबर को एक शिकायती पत्र दिया गया था जिसमें लिखा गया था कि फैसल, जाकिर और मेहताब द्वारा 3 दिन पूर्व तरह तरह की धमकियां दी गई थी। जिसमें फैसल उस्मानी द्वारा प्रार्थना पत्र में बताया गया था कि वह नोएडा अपने न्यूज़ चैनल के ऑफिस पर मौजूद था। और जाकिर उस्मानी भास्कर न्यूज से बुढाना तहसील प्रभारी है। व मेहताब उस्मानी किसी कार्य से शामली गए हुए थे। वही पत्रकारों द्वारा सीओ बुढ़ाना को दिए गए प्रार्थना पत्र को बुढ़ाना कोतवाली में जांच के लिए भेज दिया गया था। बुढ़ाना पुलिस द्वारा पूरे मामले में गहनता से जांच की गई। जांच में पत्रकारों पर लगाए गए सभी आरोप झूठे पाए गए। बुढ़ाना कोतवाली प्रभारी आनंद देव मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि पत्रकारों पर लगाए गए आरोपों में कोई सत्यता नहीं पाई गई है। पत्रकारों पर लगाए गए सभी आरोप गलत है। जिसमें कस्बे के ही कुछ तथा कथित लोगों द्वारा बिना आरोप सिद्ध हुए ही पत्रकारों को आरोपी लिखा गया था वही इंस्पेक्टर बुढ़ाना ने कहा कि बिना आरोप सिद्ध हुए किसी को आरोपी नहीं कहा जा सकता है। आरोप सिद्ध होने के बाद ही आरोपी कहा जा सकता है।
पत्रकारों पर झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ होनी चाहिए कार्यवाही,
पत्रकार देश का चौथा स्तंभ है। पत्रकारों की छवि को धूमिल करने के लिए कुछ तथाकथित युवक झूठ प्रार्थना पत्र देकर पत्रकारों की कलम को दबाना चाहते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस प्रशासन को कठोर कार्यवाही करनी चाहिए ताकि भविष्य में पत्रकारों पर झूठे आरोप लगाने वालो को सबक मिल सके।