एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से डॉ. संजीव मिगलानी सम्मानित
वर्ल्ड हाइपरटेंशन पर वर्चुअल दिया था व्याख्यान
13 से 17 मई के बीच एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने मनाया था हाइपरटेंशन वीक
सहारनपुर: एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से हाई ब्लड प्रेशर को लेकर वर्चुअल कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में देश के तमाम डॉक्टर ने अपने-अपने व्याख्यान दिए जिसमें सहारनपुर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर संजीव मिगलानी ने भी हाइपरटेंशन पर वर्चुअल व्याख्यान दिए। डा. मिगलानी ने हाइपरटेंशन को लेकर बारीकियां बताई। साथ ही जानकारी और सुझाव भी दिए। इसके लिए एशिया बुक का रिकॉर्ड की तरफ से डॉक्टर संजीव मिगलानी को सम्मानित किया गया।
एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से वर्चुअल हाइपरटेंशन कार्यशाला 13 से 17 मई को आयोजित की गई थी। डॉ संजीव मिगलानी ने व्याख्यान देते हुए ब्लड प्रेशर और उसकी जटिलताओं के बारे में बताया। हाई ब्लड प्रेशर धीरे-धीरे हार्ट, किडनी, और ब्रेन पर दुष्प्रभाव डालता है।
भारतीय लोगों में इसका मुख्य कारण अधिक नमक लेना है। भारत में ज्यादातर लोग नमक सलाद, चाट, पकौड़ी, चटनी और जांकफूड में लेते हैं। हालांकि 50% ब्लड प्रेशर के मरीज में कोई लक्षण नहीं पाया जाता है। इसलिए विश्व में लोगों को हाई ब्लड प्रेशर के लोगों की संख्या बढ़ रही है। हाइपरटेंशन से बचने के लिए डेश डायट प्लान को अपनाना चाहिए। देश (DASH -डाइटरी एप्रोच टू स्टॉप हाइपरटेंशन) D-डाइटरी, A-अप्रोच, S -स्टॉप को अपनाना चाहिए। साथ ही डा. मिगलानी ने व्याख्यान में बताया कि भारतीय लोगों को धूम्रपान नहीं करना चाहिए, शराब का। सेवन नहीं करना चाहिए, हरी पत्तेदार सब्जियां अधिक खानी चाहिए और साबुत अनाज को भोजन में अधिक प्रयोग करना चाहिए। साथ ही उन्होंने बताया की 24 घंटे में सोडियम ढाई ग्राम से कम लेना चाहिए।
डॉ संजीव मिगलानी के व्याख्यान को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर से काफी सराहा गया और एशिया बुक का रिकॉर्ड की ओर से आज आए प्रतिनिधि मंडल ने डॉक्टर संजीव मिगलानी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।