चित्रकूट-बालिका इंटर काॅलेज में हुआ विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन।
चित्रकूट: उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ से प्राप्त कार्या योजना के अनुक्रम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम के निर्देशन में राजकीय बालिका इण्टर काॅलिज में शनिवार को विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अपर जिला जज नीलू मैनवाल ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 द्वारा केन्द्रीय स्तर पर राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, राज्य स्तर पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला स्तर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं तहसील स्तर पर तहसील विधिक सेवा समिति का गठन हुआ। जिसका उद्देश्य समाज के गरीब और हाशिए के लोगों को कानूनी सहायता उपलब्ध कराने का काम करता है। बालिकाओं के मध्य कानून की जानकारी देते हुये बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, गरीब, निसहाय, आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति आदि को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान की जाती है। इसके लिये हमारे पराविधिक स्वयंसेवक ग्रामीण व अन्य क्षेत्रों में जाकर निशुल्क विधिक सहायता के बारे में जानकारी देते हैं।
न्यायिक मजिस्ट्रेट एस आनन्द ने बताया कि विद्यार्थियों की मुख्य पहचान यह है कि यह जिज्ञासू हो, विद्यार्थी का सबसे बडा गुण जानने की इच्छा है। सहायक लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल सिस्टम कुलदीप सिंह ने बताया कि विधिक सहायता भारत के सम्बन्धित में निहित संवैधानिक लक्ष्यों को प्राप्त करना है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लोगों को निशुल्क विधिक सहायता के लिए टोल फ्री नम्बर 15100 जारी किया गया है। जिसके माध्यम से लोग अपनी शिकायतों का निराकरण करा सकते हैं। सहायक अध्यापक नीलम बगडिया ने बताया कि नारी गौरव है, अभिमान है, नारी से रचा विधान है। ऐसी नारी को हम सबका प्रणाम है। पैरालीगल वालंटियर ममता वर्मा ने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढाओ तथा स्त्रीयों के अधिकारों के बारे में बताया गया। इस मौके पर प्रधानाचार्या विनीता वर्मा, शशिकला, राधा, रामसागर व अरविन्द कुमार आदि मौजूद रहे।
इसके अतिरिक्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अपर जिला जज नीलू मैनवाल ने वृद्धा आश्रम विनायकपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यरत कर्मचारियों में से शशिकान्त लेखाकार, दिलीप कुमार सुरक्षा कर्मी अनुपस्थित रहे। इस अवसर पर उपस्थित वृद्ध संवासियों से मुलाकात कर उनके समस्याओं के बारे में जानकारी ली गयी। कुछ संवासियों द्वारा बताया गया कि उनके पास सीनियर सिटीजन कार्ड नहीं है। रास्ता खराब होने के कारण आने-जाने में कठिनाई होती है। वृद्धजनों के अस्वस्थ होने पर उनके तत्काल उपचार के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है।
इसी क्रम में सखी वन स्टाप सेण्टर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान रेजिता द्विवेदी, अर्चना साहू, अर्चना यादव, महिला सुदराकर्मी स्वाती रजावत उपस्थित मिले। केन्द्र प्रभारी ने बताया कि युद्धराम कम्प्यूटर आपरेटर, सह कनर्क जिला प्रोबेशन कार्यालय का भी कार्य देख रहे हैं। पुष्पा देवी प्रशिक्षित पैरामेडिकल नर्स के बारे में बताया कि वह संयुक्त जिला चिकित्सालय चित्रकूट में कार्य देख रही हैं।