500 रुपये में यूपी से बिहार पहुंचाई जा रही अवैध शराब इस तरह हुआ खुलासा

मात्र 500 रुपये में शराब की तस्करी हो रही है. ग्रामीणों ने अवैध तरीके से शराब की तस्करी कर रहे एक युवक को गिरफ्तार किया. हालांकि पुलिस भी इसका श्रेय ले रही है

500 रुपये में यूपी से बिहार पहुंचाई जा रही अवैध शराब  इस तरह हुआ खुलासा

बिहार में शराबबंदी है, लेकिन यहां उत्तर प्रदेश के जरिए शराब तस्करी का खेल जारी है. गाजीपुर के गहमर थाना क्षेत्र के तटवर्ती गांवों में नाव के सहारे शराब की तस्करी सेफ जोन बनी हुई है. भतौरा गांव में ग्रामीणों ने अवैध शराब ले जा रहे एक तस्कर को पकड़ा. इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी. दरअसल शराब माफियाओं ने बिहार में शराब पहुंचाने के लिए नायाब तरीका खोजा है.

शुक्रवार की सुबह बिहार का रहने वाला एक युवक बाइक पर शराब लेकर जा रहा था. तभी ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी. ग्रामीणों ने जब उसे रुकने का इशारा किया तो वह भागने लगा. गांववालों ने आरोप लगाया कि युवक बहुत दिनों से शराब तस्करी के काम में लगा हुआ था, कार्य कर रहा है. ग्रामीणों ने ये दावा भी किया कि युवक को 5 सौ रुपये प्रति खेप बिहार शराब पहुंचाने के लिए मिलता है. ये पैसा उसे शराब दुकानदार देता हैं.

पुलिस पर लगाया सांठगांठ का आरोप

लोगों का आरोप है कि पुलिस की सांठगांठ से यह धंधा फल-फूल रहा है. समय से पहले शराब की दुकान खुल रही है जो देर रात तक संचालित हो रही है.आबकारी विभाग एवं स्थानीय पुलिस की उदासीनता के कारण तस्करी का धंधा जोर शोर से चल रहा है. बिहार शराब लेकर जा रहे तस्कर घूरन राम से जब ग्रामीणों ने पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि दुकानदार के द्वारा उसे एक फेरे का 500 रुपया दिया जाता हैय वह डेढ़ पेटी शराब लेकर पहुंचाने जा रहा था.

पुलिस ले रही तस्कर को गिरफ्तार करने का श्रेय

वहीं गहमर पुलिस तस्कर को पकड़ने का श्रेय ले रही है. वह मुखबिर की सूचना पर आरोपी की गिरफ्तारी की बात कह रही है. पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि 11 अगस्त को शाम 8:25 मिनट पर भतौरा शराब भट्टी के पास से तस्कर की गिरफ्तारी की गई है, जिसके पास से 45 पाउच अवैध देसी शराब बरामद हुए हैं. उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है.