हाथरस कहने को मुख्य डाकघर पर तरस जाएंगे पानी के लिए  हांजी- मुख्य डाकघर में शोपीस बनकर खड़ा वाटर कूलर और सरकारी हैंडपंप

हाथरस कहने को मुख्य डाकघर पर तरस जाएंगे पानी के लिए  हांजी- मुख्य डाकघर में शोपीस बनकर खड़ा वाटर कूलर और सरकारी हैंडपंप

अनिल चौधरी मंडल ब्यूरो

हाथरस।  शहर के मुख्य डाकघर में पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि तीन वर्ष से लगा हैंडपंप खराब पड़ा हुआ है और यही नहीं एक वाटर कूलर भी शोपीश बनकर डाकखाने के भीतर खडा है। ऐसे में यहां पहुंचने वाले खाताधारकों और अन्य लोगों को प्यास बुझाने के लिए पानी का बोतल खरीदने को विवश होना पड़ रहा है। कुछ लोग तो पानी बोतल भी नहीं खरीद सकते हैं,  जिन्हें मजबूरन प्यासे ही घंटों गुजर जाते हैं।  लेकिन डाकखाने के अधिकारी और कर्मचारी अपने लिए पानी की व्यवस्था कर लेते हैं,  क्योंकि साहब वह तो अधिकारी और कर्मचारी हैं।  लेकिन आम लोग जो कि खाता धारक के रूप में मुख्य डाकघर में आते है,  जहाँ वह पानी भी नहीं पी सकते हैं।  जबकि सच्चाई यह है कि अधिकारी जनता के सेवा के लिए है

,  सरकार की ओर से जनता के लिए तमाम प्रकार की योजनाओं को चलाकर लाभ मुहैया कराने का काम करती है।  दूर-दराज इलाकों से प्रतिदिन सैकड़ों लोग आगरा रोड पर सदर कोतवाली के सामने मुख्य डाकघर पहुंचते हैं। इस चिलचिलाती गर्मी और तेज धूप में ऐसे में परिसर में पेयजल की व्यवस्था न होने से लोगों को परेशान होना पड़ता है। प्यास बुझाने के लिए परिसर के बाहर दुकानों अथवा पानी का बोतल खरीदने को विवश होना पड़ रहा है। डाक टिकट, पोस्टल आर्डर, खाताधारक और आधार कार्ड बनाने संबंधित कार्य के लिए आस-पास के क्षेत्र से लोग डाकघर आते हैं। प्यास लगने पर जब हैंडपंप के पास पहुंचते हैं तो उसके खराब होने की जानकारी होने पर बैरंग वापस लौट जाते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि जनपद में एक प्रधान डाकघर है, जहां पेयजल आपूर्ति के नाम पर लगा हैंडपंप भी खराब पड़ा हुआ है और वाटर कूलर भी खराब पडा़ है। 
   

- इनका कहना है कि इन दिनों धूप और गर्मी से लोग परेशान है। ऐसे में डाक घर मेें प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। प्यास लगने पर परिसर में पानी की व्यवस्था न होने से पानी खरीदकर प्यास बुझानी पड़ती है। -  राजेंद्र सिंह

- डाकघर परिसर में मात्र एक हैंडपंप लगा है, जो वह खराब पड़ा है। यहां आने-जाने वाले लोगों को पानी पीने के लिए बाहर के नाशते की दुकान या अन्य स्थानों पर जाना पड़ता है। विभागीय अधिकारियों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।- रविन्द्र सिंह

- डाकघर में पेयजल की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नहीं है। स्पीड पोस्ट करने दो-तीन दिन पर जाना होता है। दुकान से पानी की बोतल खरीदकर पीना पड़ता। डाकघर परिसर में लगे हैंडपंप को दुरुस्त कराना जरूरी है।- राज कुमार सिंह

- शहर का मुख्य डाकघर होने से ग्रामीण क्षेत्र से भी लोगों का आना-जाना होता है। परिसर में पेयजल व्यवस्था को लेकर विभाग मौन बना है।- नेम सिंह।

- परिसर में लगा हैडपंप खराब है।  इसका पानी खारा है,  इसलिए इस ओर कोई ध्यान नही दिया है।  पानी पीने के लिए समर सेविल लगी हुई है और आरओ का पानी मंगाया जाता है।

- रामबाबू सिंह,  पोस्ट मास्टर मुख्य डाकघर,  हाथरस।